शिमला (हिमाचल) : शहरी विकास विभाग की ओर से चलाए जा रहे अर्बन लाइवलीहुड मिशन के तहत अब प्रदेश के युवा आधुनिक तकनीक से रोजगार के गुर सीख सकेंगे। युवाओं को स्वरोजगार के गुर सिखाने के लिए शहरी विकास विभाग की ओर से प्रदेश में करीब 20 करोड़ की लागत से चार सिटीजन लाइवलीहुड सेंटर खोले जा रहे हैं। ये केंद्र खोलने के लिए एडीबी ने भी सहयोग की हामी भर दी है। इसके तहत धर्मशाला में केंद्र का काम लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। शिमला और कुल्लू में भी सेंटर खोलने की प्रकिया शुरू हो चुकी है।
इन केंद्रों में प्लंबर, इलेक्ट्रॅनिक्स, सिलाई, कढ़ाई समेत विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा। केंद्रों को फंडिंग कौशल विकास निगम के माध्यम से एडीबी द्वारा की जाएगी। हालांकि विभाग की ओर से पहले भी युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी, लेकिन इसमें प्रशिक्षण का स्तर सामान्य रहता था और आधुनिक तकनीक को लेकर भी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। अब युवा इन नए सेंटरों में आधुनिक और तकनीकी ढंग से स्वरोजगार के गुर सीख सकेंगे।
प्रत्येक केंद्र पर करीब सवा तीन से साढ़े तीन करोड़ की लागत अनुमानित है। इसके साथ ही प्रशिक्षत युवाओं के लिए इन्हीं केंद्रों में प्लेसमेंट सैल भी खोला जाएगा। प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा निखारने के लिए ये केंद खोलने का प्रस्ताव शहरी विकास विभाग ने कुछ समय पहले ही तैयार किया था, जिसे एडीबी से मंजूरी मिल चुकी है।
चार-पांच महीने का होगा प्रशिक्षण
इन छह केंद्रों में प्रशिक्षुओं के कौशल विकास के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। केंद्रों पर एक विशेष क्लासरूम और लैब की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही एक प्लेसमेंट आफिस और होस्टल सुविधा भी होगी। इसके साथ ही प्लेसमेंट सैल भी होगा। यह प्रशिक्षण चार से पांच महीने का रहेगा।
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