नई दिल्ली : अवकाशकालीन प्रशिक्षण को प्रेरक बनाने और युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों में शामिल होने हेतु प्रेरित करने के लिये स्किल इंडिया ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाय 2016-20) के अंतर्गत प्रमाणित अभ्यर्थियों के लिये दो नये लाभ प्रस्तुत किये हैं। यह लाभ हैं, कौशल बीमा (व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर) और डिजिलाॅकर सुविधा।
पीएमकेवीवाय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका क्रियान्वयन नेशनल स्किल डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन (एनएसडीसी) द्वारा किया जा रहा है। एनएसडीसी ने इस योजना के अंतर्गत प्रमाणित अभ्यर्थियों को ‘कौशल बीमा’ सुविधा प्रदान करने के लिये द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एनआईए) के साथ गठबंधन किया है। आईआरडीए के वर्तमान नियमों के अनुसार इस योजना के अंतर्गत 2 लाख रू. की बीमित राशि के लिये मृत्यु और स्थायी विकलांगता पर 3 वर्ष का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा प्रदान किया जाएगा।
पीएमकेवीवाय योजना के तहत बीमा का लाभ लेने वाले सभी अभ्यर्थियों के लिये द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने एक मास्टर पाॅलिसी बनाई है, जो प्रमाणन के बाद 3 वर्षों तक के लिये वैध होगी। बीमा का प्रीमियम एनएसडीसी देगा। एनआईए बीमित लोगों की शिकायतों के समाधान के लिये एक विशेष टोल-फ्री हेल्पलाइन की व्यवस्था भी करेगा।
भारत को डिजिटल रूप से एक सशक्त समाज और ज्ञानी अर्थव्यवस्था बनाने के लिये प्रमाणित अभ्यर्थियों को डिजिलाॅकर के माध्यम से अपने कौशल प्रमाणपत्र तक पहुँचने की सुविधा दी जाएगी। इसे मोबाइल एप या वेब पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है। डिजिलाॅकर डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत एक प्रमुख पहल है।
डिजिलाॅकर डिजिटल तरीके से बीमा और दस्तावेजों एवं प्रमाणपत्रों के सत्यापन का एक मंच है, जिससे भौतिक दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं होगी। पूरी प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये एक आॅनलाइन इंटरफेस विकसित किया गया है, जो एनआईए और स्किल डेवलपमेन्ट मैनेजमेंट सिस्टम (एसडीएमएस) के बीच काम करेगा और जिसका प्रबंधन एनएसडीसी द्वारा किया जाएगा, जिसमें मास्टर पाॅलिसी नंबर आॅनलाइन जनरेट किया जाएगा और स्किल सर्टिफिकेट पर प्रिंट किया जाएगा। प्रशिक्षण केन्द्र स्किल कम इंश्योरेन्स सर्टिफिकेट को आॅनलाइन प्लेटफाॅर्म एसडीएमएस से डाउनलोड कर सकते हैं और अभ्यर्थी ीजजचेरूध्ध्कपहपसवबामतण्हवअण्पदध् के माध्यम से स्किल सर्टिफिकेट ऐक्सेस कर सकते हैं।
इन लाभों पर टिप्पणी करते हुए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं सीवीओ श्री राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘पीएमकेवीवाय (2016-2020) का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करना और कुशल तथा नौकरी के लिये तैयार कार्यबल निर्मित करना है, जो उद्योग की मांगों को पूरा कर सके। पीएमकेवीवाय के कई लाभ है, जो इसे प्रभावी और दोस्ताना कौशल विकास योजना बनाते हैं। हम अपने अभ्यर्थियों को नये युग के डिजिटल समाधानों तक पहुँचाकर उन्हें सशक्त करना चाहते हैं।’’
नेशनल स्किल डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मनीष कुमार ने कहा, ‘‘एनएसडीसी युवाओं को रोजगारोन्मुख कुशलताओं से सशक्त करने और बेहतर आजीविका में उनकी मदद करने के लिये प्रतिबद्ध है। पीएमकेवीवाय के अंतर्गत प्रशिक्षित सभी अभ्यर्थियों के भविष्य को सुरक्षित करना हमारा प्रयास है। इससे उनकी उत्पादनशीलता बढ़ेगी और वह राष्ट्र निर्माण में अधिक योगदान दे सकेंगे।’’
पीएमकेवीवाय के तहत विभिन्न लाभ
इस योजना के मौजूदा लाभ यह सुनिश्चित करते हैं कि कौशल विकास समावेशी वृद्धि के लिये हो और यह विभिन्न सरकारी पहलों और योजनाओं से संबद्ध है, जैसे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और प्रधानमंत्री मुद्रा लोन। पीएमकेवीवाय प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की नियुक्ति सुनिश्चित करती है। इसमें प्रमाणित अभ्यर्थी को विभिन्न कार्यक्रमों के तहत 500 रू. का पे-आउट दिया जाता है, जैसे छोटी अवधि का प्रशिक्षण, पूर्व प्रशिक्षण की पहचान (आरपीएल) और विशेष परियोजना। पीएमकेवीवाय एक पुरस्कार आधारित प्रशिक्षण है, जिसमें स्किल इंडिया सर्टिफिकेशन, बोर्डिंग और लाॅजिंग, परिवहन सहयोग, पोस्ट प्लेसमेन्ट सपोर्ट, आदि जैसे लाभ दिये जाते हैं। प्रशिक्षण डिजिटल और नंबरिकल साक्षरता और साॅफ्ट स्किल्स पर भी जोर देता है।