काशीपुर : जिस मकसद से राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में कम्यूनिटी कॉलेज की स्थापना की गई है, वह साकार होने लगी है। कॉलेज के छात्रों ने मात्र 22 हजार रुपये में पॉवर ट्रिलर बनाकर यह बता दिया कि उनमें न केवल कुछ करने की काबिलियत है, बल्कि छोटे किसानों की भलाई की भी सोच है। ट्रिलर की खासियत है कि इसमें हैरो डिस्क व हल का प्रयोग किया जा सकता है। बिना ट्रैक्टर के ट्रिलर चलाया जा सकता है।
विद्यार्थियों को कॉलेज में व्यावसायिक शिक्षा दी जाती है, मगर उनमें दक्षता की कमी रह जाती है। ऐसी स्थिति में डिग्री लेने के बाद भी विद्यार्थियों को नौकरी व स्वरोजगार के लिए भटकना पड़ता है। इसलिए केंद्र सरकार ने स्किल डेवलपमेंट योजना के तहत कम्यूनिटी कॉलेज की स्थापना राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में की है।
इसमें छह माह का और तीन साल के कोर्स हैं। इस कोर्स से सीखकर सेक्टर ऑटोमाबाइल के 17 छात्रों ने पॉवर ट्रिलर बनाया है। इसमें स्कूटर का इंजन व छह लीटर ईंधन क्षमता की टंकी है। पेट्रोल से पॉवर ट्रिलर चलेगा।
इससे हल्की गहराई तक जुताई के लिए हल का और अधिक गहराई के लिए हैरो डिस्क का प्रयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग छोटी जोत व बागवानी में किया जा सकता है। विद्यार्थियों ने 22 हजार रुपये में यह ट्रिलर तैयार किया है। यह प्रोजेक्ट एके शर्मा के निर्देशन में तैयार हुआ।
उधर, राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज (काशीपुर) के प्राचार्य एसके वर्मा का कहना है कि विद्यार्थियों का यह प्रयास काफी सराहनीय है। इसका पेटेंट कराने का प्रयास किया जाएगा। पॉवर ट्रिलर छोटे किसानों के लिए काफी फायदेमंद होगा।
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