छपरा : ऐप आधारित कैब सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी ओला अगले पांच सालों में 50 लाख ड्राइवर उद्यमियों को कौशल प्रदान करेगी। वर्तमान में बिहार में ओला प्लेटफॉर्म पर 2000 वाहन हैं और अगले एक साल में इस संख्या को 10 गुना करने का लक्ष्य है। यह घोषणा सोमवार को राइस इंडिया, एनएसडीसी और ओला की साझेदारी में ड्राइवरों के लिए शुरू किए गए भारत के पहले अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र में की गई।
ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने सोमवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी, तथा बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की मौजूदगी में कहा कि कंपनी 2022 तक अपने प्लेटफॉर्म पर 50 लाख ड्राइवर उद्यमियों को ट्रेनिंग प्रदान करेगी।
इस मौके पर शिरकत करने वाले उद्योग जगत के दिग्गजों और हितधारकों में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सीईओ मनीष कुमार भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान रूडी ने देश में ड्राइवरों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और कहा कि ओला हजारों महत्वाकांक्षी ड्राइवर साझेदारों को रोजगार एवं उद्यमशीलता के अवसर उपलब्ध कराने हेतु प्रयासरत है।
ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने छपरा के महत्वाकांक्षी ड्राइवरों एवं अन्य निवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा, “हमारा मानना है कि कौशल युवा भारत को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। देश के परिवहन क्षेत्र में विकास की जबरदस्त सम्भावनाएं हैं तथा हर क्षेत्र के लोगों को उद्यमी बनने में मदद की जा सकती है। ऐसे में ओला का इस पहल के साथ जुड़ना हजारों ड्राइवरों को आजीविका के अवसर प्रदान करेगा तथा करोड़ों भारतीयों को परिवहन के सुविधाजनक साधन उपलब्ध कराने के हमारे मिशन को साकार करने में योगदान देगा”।
पिछले पांच सालों में ओला ने पांच लाख से अधिक कुशल ड्राइवर साझेदारों को अपने मंच पर शामिल किया है। ओला कुशल कार्यबल के निर्माण और नौकरियों के अवसर पैदा करने के साथ ही इसने ड्राइवरों को पूंजी, बीमा एवं छूट के साथ वाहन खरीदने में मदद करने के लिए देश के अग्रणी वित्तीय संस्थानों एवं कार निमार्ताओं के साथ भी साझेदारी की है।
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