रांची (झारखंड) : बीआईटी सिंदरी में जल्द ही सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विभाग ने बीआईटी सिंदरी का चयन सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट सेंटर के रूप में किया है। इसके साथ ही धनबाद के तीन पॉलिटेक्निकों और दुमका तथा कोडरमा पॉलिटेक्निकों को इसकी शाखा यानी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इन सेंटर में इसके लिए काम शुरू कर दिए गए हैं। सेंटर फॉर एक्सीलेंस और स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की जिम्मेवारी एक सॉफ्टवेयर कंपनी को सौंपी गई है। इन सेंटरों में कई लैब स्थापित की जाएंगी। गौरतलब है कि भारत सरकार ने स्किल डेवलपमेंट की पहली सीढ़ी पॉलिटेक्निक को माना है।
सभी पॉलिटेक्निकों को विकसित करने की है योजना
उच्च,तकनीक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने राज्य के सभी पॉलिटेक्निकों को विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए मानक तय किए गए हैं। विकास के बाद पॉलिटेक्निकों में सेकेंड शिफ्ट की पढ़ाई शुरू करने की योजना है। पॉलिटेक्निकों को एआईसीटीई से जीरो डेफिशियेंसी स्टेटस हासिल करने का निर्देश दिया गया है। क्लास रूम, वर्कशॉप, हॉस्टल, आधारभूत संरचना विकसित करने को कहा गया है। साथ ही पॉलिटेक्निकों को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिएशन (एनबीए) से ग्रेडिंग कराने का भी निर्देश दिया गया है।
डॉ डीके सिंह, निदेशक, बीआईटी सिंदरी ने बताया कि बीआईटी सिंदरी का चयन सेंटर फॉर एक्सीलेंस के रूप में किया गया है। सेंटर डेवलप करने की जिम्मेवारी सीमंस कंपनी को साैंपी गई है। संस्थान में कंपनी जल्द कई लैब स्थापित करेगी।
सेंटर फॉर एक्सीलेंस के तहत बीआईटी सिंदरी में सीमंस कंपनी की ओर से ऑटोमोबाइल, रोबोटिक्स लैब, प्रोसेसिंग लैब, कंट्रोल यूनिट लैब स्थापित की जाएंगी। इन लैब में इससे जुड़े हुए पॉलिटेक्निक के छात्र-छात्राओं को भी ट्रेनिंग दी जाएगी।
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