बेंगलुरू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरू में चल रहे प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान एक बड़ा ऐलान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार भारत में नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए जल्द ही एक कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करेगी।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय दिवस 2017 में कहा, ‘हम विदेश में नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए शीघ्र ही ‘प्रवासी कौशल विकास योजना’ शुरू करेंगे’। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय नौजवानों के लिए स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम का उदघाटन करेंगे ताकि वह पूरी दुनिया में नौकरी पा सकें।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीय जहां भी रहते हैं, उसे ही कर्मभूमि मानते हैं और वहां विकास के काम में योगदान देते हैं। विदेशों में भारतीयों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए कहा, ‘विदेशों में भारतीयों को केवल संख्या की वजह से नहीं जाना जता है बल्कि उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया जाता है’।
पीएम मोदी ने एक पीआईओ (भारतीय मूल का व्यक्ति) कार्ड दिखाते हुए कहा कि जहां तक किसी भी व्यक्ति के भारत के संबंध का सवाल है, यह कार्ड पासपोर्ट की जगह लेगा। मोदी ने प्रवासी दिवस में जुटी भारी भीड़ से कहा, ‘हम पासपोर्ट का रंग नहीं देखते, खून का रिश्ता देखते हैं’।
मोदी ने कहा, ‘एनआरआई और पीआईओ ने उल्लेखनीय योगदान दिए हैं। इनमें बड़े कद के नेता, ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक, उत्कृष्ट डॉक्टर, प्रतिभाशाली शिक्षाविद्, अर्थशास्त्री, पत्रकार, संगीतकार, इंजीनियर, बैंकर और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ शामिल हैं’।
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