नयी दिल्ली : भाषा भारत और आस्ट्रेलिया दोनों देशों के युवाओं को विकास के नये अवसर उपलब्ध कराने के लिये कौशल विकास के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ायेंगे।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी और आस्ट्रेलिया की व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास सहायक मंत्री करेन एन्ड्रयूज़ के बीच कल यहां हुई मुलाकात में दोनों देशों के बीच कौशल विकास क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। करेन एन्ड्रयूज़ सात-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की यात्रा पर पहुंची हैं। बैठक के दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच कौशल विकास के संदर्भ में द्विपक्षीय सम्बन्धों के सशक्तीरण पर चर्चा की। यहां जारी सरकारी विग्यप्ति में यह जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के पास अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण प्रणाली है, जिसे दुनिया भर के उद्योगों ने सराहा है। भारत की बड़ी आबादी को बेहतर कौशल प्रदान करके दुनिया के लिये कुशल कार्यबल आपूर्ति बेहतर केन्द्र बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी यही सपना है।
रूडी ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के भारत के प्रयास देश के जनसांख्यिकीय लाभांश के सही इस्तेमाल में कारगर साबित हो सकते हैं। हमने एक विशेष मंच तैयार किया है और अब गुणवाा को बढ़ावा देते हुए कौशल के नए मानदण्ड स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम कौशल विकास के तहत कई पहलों के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर काम कर रहें हैं और अपने युवाओं को दोनों देशों के मानकों के अनुरूप योग्य बनाना चाहते हैं। हम अपने प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए ऑस्ट्रेलिया से सहयोग प्राप्त करेंगे।
आस्ट्रेलियाई मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच कारोबार प्रतिनिधिमंडल के आदान-प्रदान के बाद ठोस योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत के युवा एवं कुशल श्रम बल से लाभान्वित हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया में साहसिक पर्यटन एवं पर्यटन का बहुत बड़ा बाज़ार है और हम निश्चित रूप से इसे प्रोत्साहित करने के लिए भारत के कुशल कार्यबल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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