केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ ने कहा, कानपुर में बनेगा एक और भारतीय कौशल संस्थान

कानपुर :  केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने शहर में तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा है कि अब छात्रों को बड़ी कंपनियों में काम करने के बदलते तरीकों के अनुसार खुद को तैयार करने के लिए शहर से दूर नहीं जाना होगा। डिग्री, डिप्लोमा व सार्टिफिकेट कोर्स करने के बाद उन्हें अपने ही शहर में इसका प्रशिक्षण मिल सकेगा। कानपुर में एक और भारतीय कौशल संस्थान (आइआइएस) बनाया जाएगा। इसके लिए पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में जमीन दी जाएगी।

राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआइ) में डिजिटल लाइब्रेरी का लोकार्पण करने के दौरान उन्होंने बताया कि शहर में दूसरा आइआइएस बनाए जाने का खाका तैयार कर लिया गया है। इसमें देश के बड़े अद्यौगिक प्रतिष्ठान से जुड़े प्रोफेशनल व तकनीशियन छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए आएंगे। राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान में दो वर्ष के डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किए जाने की योजना भी है। उन्होंने स्लाटर मशीन, ड्रील मशीन, एमएच मशीन, लेथ मशीन का भी निरीक्षण किया।

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गुणवत्तायुक्त हो भवन निर्माण कार्य

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने आइआइएस की निर्माणाधीन इमारत का निरीक्षण किया। एनएसटीआइ निदेशक राजेश अग्रवाल को भवन निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान में गुणवत्तायुक्त सामग्री इस्तेमाल करने के निर्देश दिए। छात्र- छात्राओं से पूछा कि आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है? किसी तरह की कोई दिक्कत हो तो वह उन्हें बता सकते हैं? उनके प्रश्नों का छात्रों ने संतोषजनक उत्तर दिया।

विदेशों में रोजगार की खुलेंगी राहें

महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षिण केंद्र में शिल्पकार एडवांस डिप्लोमा, वेल्डिंग टेक्नोलॉजी, शिल्पकार प्रशिक्षण के अंतर्गत टेक्नीशियन के कोर्स अभी प्रस्तावित हैं। इन कोर्स के जरिए छात्र विदेशों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व निदेशक के निलंबन के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने सवाल को नजरअंदाज करते हुए कहा कि मैं यहां अच्छे काम क लिए आया हूं।

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