गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) की सुविधाओं-व्यवस्थाओं पर जल्द ही आइएसओ की मुहर लगेगी। संस्थान और प्रशिक्षण में गुणवत्ता के साथ प्रशिक्षकों के स्तर पर सुधार की कवायद में केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय ने पिछले दिनों देश के चुनिंदा आइटीआइ को अंतरराष्ट्रीय मानक के लिए आइएसओ-29990/2015 प्रमाण पत्र देने का फैसला लिया था।
प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के निदेशक द्वारा इस बाबत संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण/शिशिक्षु पत्र भेजकर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है। संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण/शिशिक्षु राजेश राम ने बताया कि जनपद से पांच सर्वश्रेष्ठ आइटीआइ का नाम प्रमाणन के लिए प्रस्तावित किया जा रहा है। इनमें से तीन राजकीय संस्थान होंगे जबकि दो आइटीआइ निजी क्षेत्र से होंगे। इसके बाद शासन द्वारा चयनित एजेंसियां संस्थान की गुणवत्ता की परख करेंगी। आइएसओ यानी अंतरराष्ट्रीय मानक संगठन की ओर से संस्थानों की गुणवत्ता की परख की जाती है। इस प्रमाणन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा है।
प्रमाण पत्र को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय मान्यता : आइटीआइ के इस प्रमाणन से प्रशिक्षणार्थियों के प्रमाणपत्र को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलेगी। ऐसे में प्रशिक्षण के बाद युवाओं को बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी प्राप्त करने में सहूलियत होगी। इतना ही नहीं आइएसओ 29990-2015 प्रमाणपत्र निर्गत करने के बाद संस्थान के व्यवस्थित क्रियान्वयन के साथ प्रशिक्षणार्थियों को उनकी आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्रक्रिया की भी निगरानी हो सकेगी।
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