नई दिल्ली : इकोनॉमी के ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की तरह अब आप काम पर लगाने से पहले प्लंबर, ड्राइवर, राजमिस्त्री और घरेलू नौकर समेत इस तरह के काम से जुड़े लोगों की क्वालिटी चेक कर सकेंगे। भारत सरकार की स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री इससे जुड़ी एक योजना पर काम कर रही है। इस योजना के तहत इनकी ग्रेडिंग होगी। ग्रेडिंग होने से आपके लिए यह पता करना आसान हो जाएगा कि आपके घर पाइप ठीक करने के लिए जो मिस्त्री आ रहा है, वह कितना अच्छा काम कर सकेगा या फिर जो एसी लगाने आ रहा वह इस काम का एक्सपर्ट है या नहीं।
एम्पलॉयमेंट बेंचमार्क बनाने की तैयारी
सरकार की इस योजना के तहत प्लंबर, ड्राइवर और घरेलू नौकर आदि को 1-10 के बीच ग्रेडिंग दी जाएगी। स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री इसके लिए 2019 तक नेशनल स्किल्स क्वॉलिफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF ) तैयार कर लेगी, जिसके तहत एंप्लॉयबिलिटी बेंचमार्क बनाया जाएगा। एंप्लॉयबिलिटी बेंचमार्क से कुशल लोगों को काम पर रखना आसान हो जाएगा।
ट्रेनिंग के लिए 5 साल की है समय सीमा
NSQF एक क्वालिटी एश्योरेंस फ्रेमवर्क है। इसके तहत पांच साल के लिए सभी तरह की ट्रेनिंग की समयसीमा तय की गई है। यह ट्रेनिंग सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कर्मियों और संस्थानों के लिए होगी।
बदल जाएंगे योग्यता के पैमाने
इस बदलाव के बाद भारत सरकार और उससे जुड़े सभी पीएसयू में एनएसक्यूएफ लेवल के सभी पदों के लिए योग्यता के पैमाने बदल जाएंगे। राज्य सरकारों और उनके पीएसयू को भी ये बदलाव अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
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