युवाओं को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार दिया जाए प्रशिक्षण : कौशल विकास सचिव डॉ.केपी कृष्णनन

अल्मोड़ा : कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के सचिव डॉ.केपी कृष्णनन ने कहा कि युवाओं को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाए ताकि पर्यटन, जैविक, कृषि सहित अन्य स्थानीय उत्पादों में उनका कौशल विकास हो सके। विकास भवन में अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मंत्रालय की एक टीम जल्द जिले का भ्रमण करेगी। इस दौरान जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के साथ बैठक कर कौशल विकास के क्षेत्र में संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास का उद्देश्य युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए आकर्षित करना है। सरकार और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से इस योजना को क्रियान्वित किया जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बुनियादी कौशल और व्यवसायिक ज्ञान प्रदान किए जाने पर कार्य किया जाता है। साथ ही उन्हें तकनीकी तौर पर भी प्रशिक्षित किया जाता है। जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कृषि, पर्यटन, आजीविका, पशुपालन विभागों से समन्वय स्थापित कर समय-समय पर प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि जिले में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए युवाओं को टूरिस्ट गाइड के कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र धारानौला में जेआईटीएम के निदेशक डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में मोबाइल फोन रिपेयरिंग, हस्तशिल्प, सिलाई, बुनाई, कंप्यूटर हार्डवेयर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में 950 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसमें 325 को रोजगार मिला। 2018-19 में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। बैठक में कौशल विकास मंत्रालय के निदेशक पीएन यादव, उप निदेशक सुशील अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी मो. असलम, सेवायोजन प्रभारी अधिकारी आरके पंत, मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. रवींद्र चंद्रा आदि मौजूद थे।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.