नई दिल्ली : युवाओं को वैष्विक स्तर के कौशल विकास के लिए प्रोत्साहित व तैयार करने के लिए, देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता, इंडियास्किल्स 2018 का समापन शनिवार को बड़े उत्साह के साथ हुआ, जिसमें जोष से भरी भीड़ ने विजेताओं का उत्साह बढ़ाया । विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में, श्री अनंत कुमार हेगड़े, कौशल विकास एवं उद्यमिता (MSDE) राज्यमंत्री; श्री विजय कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव, एमएसडीई; व श्री दीपक कुमार सिंह, प्रधान सचिव व सीईओ, बिहार कौशल विकास मिषन ने विजेताओं को पुरस्कार बांटे। प्रख्यात फिल्म निर्माता व अध्यक्ष, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स कौंसिल (MESC) श्री सुभाष घई ने समारोह की गरिमाम बढ़ाई और विजेताओं को पुरस्कर वितरित किए।
27 राज्यों के 400 से अधिक प्रतियोगियों ने निर्णायक मंडल के सदस्यों के सामने 46 कौशलों, 7 पारम्परिक कुशलताओं और 4 डेमो कौशलों में प्रदर्षन किया। 15,000 से अधिक आगंतुकों ने इंडियास्किल्स 2018 प्रतियोगिता में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सभी श्रेणियों में कुल मिला कर, 164 विजेताओं को मेडल बांटे गए। इनमें से 45 ने गोल्ड मेडल जीते जबकि 47 ने सिल्वर मेडल हासिल किए तथा 43 ने कांसे के मेडल जीते। 23 मेडल जीत कर महाराष्टं शीर्ष पर रहा जिसके बाद 21 मेडल जीतने वाले उड़ीसा का स्थान रहा। कर्नाटक व दिल्ली दोनों ने 16-16 मेडल जीत कर तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि चंडीगढ़ 12 मेडल्स के साथ पांचवें स्थान पर रहा।
विजेताओं को बधाई देते हुए, श्री अनंत कुमार हेगड़े, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि इंडियास्किल्स 2018 का हर प्रतिभागी कौशल में उच्च मापदंड स्थापित करके प्रसन्न हो। अपने साथियों के खिलाफ कोई भी मुकाबला जीतना आसान होता है, लेकिन आपको जीवन भर जीतने के लिए अपनी कुषलताओं को लगातार बनाए रखना पड़ता है। यह नई ज़िदगी में नए सपनों के साथ शुरूआत है जो आपकी प्रतीक्षा कर रही है। षिक्षा आपको ज्ञान देती है, लेकिन कौशल विकास आपको आपकी अजीविका कमाने में मदद करेगा। आपका कौशल आपकी जिन्दगी है, इसे गर्व के साथ जीएं। इंडियास्किल्स 2018 के विजेता अगले साल रूस में तिरंगा ले कर चलने वाले ध्वजवाहक होंगे। मेरा आपसे आग्रह है कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ दें और अपने देश के लिए और अधिक प्रषंसा हासिल करें। अन्य प्रतिभागियों से मैं यह कहना चाहूंगा कि आप नेषनल तक पहुचे और आप अपने-अपने क्षेत्रों के चैम्पियन हैं। देश की नज़रों में आप में से प्रत्येक विजेता है।’’
किसी विषिष्ट कौशल का ज्ञान पूरी दुनिया में प्रतिस्पर्धी होता है, आप में से प्रत्येक कइस बात पर खुश होना चाहिए कि आपने ऐसे कौशल की कला सीखी है, जिसमें प्रत्येक सफल व्यक्ति अपना लक्ष्य निर्धारित करता है। यह प्रतिस्पर्धा भारत के इतिहास में शहर में सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता के रूप में दर्ज की जाएगी जो महान मिशन ‘‘स्किल इंडिया’’ के प्रति समर्पित है।’’
फिल्म निर्माता व अध्यक्ष, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स कौंसिल (MESC) श्री सुभाष घई ने अनेक हिंदी फिल्मों का सफल निर्माता व निर्देषक बनने के अपने सफर के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘सभी कामों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। हमारे सभी युवा रचनात्मक हैं लेकिन हमारा पालन पोषण सर्वश्रेष्ठ तरीके से नहीं हुआ है और हमारी प्रतिभा को औपचारिक वातावरण में नहीं बांधा गया है। स्क्लि इंडिया आपके लिए अपनी पसंद के कौशल में प्रषिक्षित होने और अपने जीवन में सर्वोत्तम करने का एक अवसर है। एक इंडस्ट्री के रूप में हम हमेषा आपको समर्थन देंगे और आपका मार्गदर्षन करेंगे ।’’
50,000 से अधिक युवाओं ने इंडियास्किल्स 2018 के लिए पंजीकरण कराया; 3 महीनों में जिला व राज्य स्तर पर 500 प्रतियोगिताओं को आयोजन किया गया। वल्र्डस्किल्स इंटरनेषनल कम्पीटीषन के नियमों को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक कौशल श्रेणी में गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज विजेता शामिल किए गए हैं। इनमें मेडेलियन आॅफ एक्सीलेंस को भी जोड़ा गया है जो उन प्रतियोगियों को दिया जाएगा जो 700 से अधिक अंक हासिल करेंगे। इंडियास्किल्स 2018 की एक दिलचस्प विषेषता चार नए कौशलों की शुरूआत करना है। डेमो कौशलों में होटल रिसेप्षनिष्ट, साइबर सिक्यूरिटी, क्लाऊड कंप्यूटिंग और वाटर टेक्नोलाॅजी शामिल की गई जो ऐसी कुषलताएं हैं जो युवाओं को भविष्य के कार्यो के लिए तैयार करती हैं। दिव्यांग उम्मीदवारों के लिएएबिलिम्पिक्स या ‘योग्यताओं का ओलम्पिक’ एक बेहतर आयोजन है जिसे प्रतिभागियों से अच्छा प्रत्युत्तर मिला है। नेषनल एबिलिम्पिक्स वोकेषनल कौशलों का पहला दिन शानदार जोष से भरपूर रहा जिसमें 50 प्रतिभागियों ने 10 विभिन्न कौशल ट्रेडस – कम्पयूटर प्रोग्रामिंग, वेब पेजों का निर्माण, डेटा प्रोसेसिंग, वर्ड प्रोसेसिंग, फोटोग्राफी, पोस्टर डिज़ाइनिंग, एम्ब्रायडरी, वेस्ट रियूज, पेंटिंग व रेस्तरां सेवा में भाग लिया।
इंडियास्किल्स 2018 को कारपोरेट इंडिया से काफी समर्थन मिला है, ओला आटोबाॅडी रिपेयर और आटोमोबिल टेक्नोलॉजी श्रेणी में गोल्ड मेडल विजेता को 20,000 रू. का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। एग्ज़ाल्टा कोटिंग सिस्टम्स ने कार पेंटिंग में सस्टेनेबल प्रैक्टिस अवार्ड के लिए 25,000 रू. का नकद पुरस्कार दिया है। इस आयोजन में पेटीएम ने इंडियास्किल्स के सभी गोल्ड व सिल्वर विजेताओं के लिए 1 लाख रू. तक के बीमे की घोषणा की है।
कौशल प्रतियोगिताओं के अलावा, आयोजन में युवाओं के लिए कई नई पहलों जैसे कॅरियर काउंसलिंग, कौशल प्रदर्षनी और ट्राइ ए स्किल का आयोजन किया गया। कौशल प्रतियोगिताओं के अलावा अन्य कई आयोजनों जैसे मंत्रियों की कांफ्रेंस, स्किल कान्क्लेव और इंडस्ट्री राऊंड टेबल का आयोजन भी किया गया।
उद्योगों के साथ मिल कर एमएसडीई विजेताओं को 2019 में कज़न, रूस में होने वाली 45वीं वल्र्डस्किल्स प्रतियोतगिता के लिए विजेताओं को तैयार करने के लिए काम करेगी। भारत ने अबू धाबी में आयोजित पिछले वल्र्डस्किल्स 2017 में 56 देशों में 19वां स्थान प्राप्त करते हुए 1 सिल्वर, 1 ब्रांज व 9 मेडिलियन्स
आॅफ एक्सीलेंस जीते थे।
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