नयी दिल्ली : टाटा समूह के धुरंधर एस रामादोरई ने नेशनल स्किल डेवलपमेंट एजेंसी (एनएसडीए) और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनसीडीसी) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था। इन संस्थानों की सरकार के महत्वकांक्षी कौशल विकास एजेंडा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका है।
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य कारणों से रामादोरई ने सितंबर में ही प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे स्वीकार कर लिया है। एनएसडीसी निदेशक मंडल की संभवत: कल बैठक होगी जिसमें रामादोरई के इस्तीफे के बाद की स्थिति पर विचार विमर्श किया जायेगा। उधर, संचालन संस्था के उपाध्यक्ष और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव राहित नंदन नई नियुक्ति होने तक एनएसडीए के चेयरमैन का कामकाज देखेंगे। इस बीच, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय में शीर्ष सूत्रों के अनुसार सरकार कुछ समय से रामा दोरई की जगह नए व्यक्ति की तलाश कर रही है।
ऐसी अटकलें हैं कि आइटी कंपनी टीसीएस के प्रमुख रहे रामोदोरई को टाटा संस का चेयरमैन बनाया जा सकता है। उन्हें इस पद के लिए पहले से ही तगड़ा उम्मीदवार माना जा रहा है। इस दौड़ में टीसीएस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और जगुआर लैंड रोवर के प्रमुख राल्फ स्पेट भी हैं। नोएल रतन टाटा के सौतेले भाई और सायरस मिस्त्री के बहनोई हैं।
इस्तीफे के बाद से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि रामादोरई को सायरस मिस्त्री की जगह टाटा संस का चेयरमैन चुना जा सकता है। वह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और एयर एशिया के चेयरमैन के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
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