नया गुरुग्राम: विशेष रूप से अक्षम व्यक्तियों को समान और समावेशी कौशल प्रशिक्षण सुविधा प्रदान करने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने गुरुग्राम के उद्योग विहार फेज एक में एनएसडीसी सार्थक केंद्र का निर्माण किया गया। शुक्रवार देर शाम विभाग के राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने सार्थक केंद्र का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में एनएसडीसी (राष्ट्रीय कौशल विकास निगम) के एमडी और सीईओ मनीष कुमार भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 2.68 करोड़ दिव्यांग व्यक्ति हैं जिसमें 56 फीसद पुरुष और 44 फीसद महिलाएं हैं। भारत में कुल दिव्यांगों में लगभग पचास फीसदी लोग 15 से 59 वर्ष उम्र के हैं। उनमें से 74फीसद या तो बेरोजगार हैं या सीमांत श्रमिक हैं। उन्हें रोजगार के मुख्यधारा से जोड़ने की जरूरत है। हरियाणा इलेक्ट्रॉनिक्स और आइटी डिपार्टमेंट ने भी इस पहल हेतु ट्रेनिंग के लिए जगह उपलब्ध करवाई है जो सराहनीय कदम है। अपने संबोधन में मनीष कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय कौशल विकास निगम समाज के सभी क्षेत्रों के लिए एक सकारात्मक और न्यायसंगत शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के प्रति प्रतिबद्ध है। पीडब्ल्यूडी के बीच कौशल को बढ़ावा देने के लिए दिव्यांगता कौशल परिषद का गठन किया गया है। पिछले तीन वर्षों में एनएसडीसी ने साठ हजार से ज्यादा उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है। सार्थक केंद्र भारत में दिल्ली, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, लखनऊ, जयपुर, कोलकाता, भोपाल, अंबाला और लुधियाना के सभी प्रमुख शहरों में दिव्यांगों को मुफ्त कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है। जिसके अंतर्गत रिटेल, हॉस्पिटल, आइटी, आइटीइसी आदि क्षेत्रों में कस्टमर सेल एसोसियेट, बैक एंड ऑपरेशंस, स्टोर कीपर, कैशियर,हाउस कीपिंग अटेंडेंट जैसी नौकरियों के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
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