राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और लघु उद्योग भारती में हुआ करार, बनेगी कौशल विकास अभियान का हिस्सा

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी कौशल विकास अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भागीदार बनेगी। संघ के आनुषांगिक संगठन लघु उद्योग भारती ने अभियान के माध्यम से हजारों युवाओं को हुनरमंद बनाने की तैयारी की है। इसके लिए संगठन देश के हर जिले में कौशल विकास केंद्र खोलेगी। इन केंद्रों के अलावा जिलों में संगठन से जुड़े लघु और मध्यम औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से भी बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और लघु उद्योग भारती में करार हुआ है।

लघु उद्योग भारती के 500 जिलों में संगठन है, जबकि 25 हजार से अधिक लघु और मध्यम उद्योगपति इसके सक्रिय सदस्य हैं। इससे जुड़े उद्यमियों की संख्या करीब एक लाख है। इस संबंध में लघु उद्योग भारती दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष संपत तेस्नीवाल ने बताया कि इसकी शुरुआत पांच राज्यों में पांच सेंटरों के साथ होगी। ये सेंटर दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में खुलेंगे। शुरू में 10 क्षेत्रों का चयन किया गया है, जिसमें लौह अयस्क, चमड़े के सामान बनाने, रत्न-गहना और आइटी में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था होगी।

उन्होंने बताया कि भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को हुनरमंद बनाने और उन्हें रोजगार से जोड़ने पर विशेष जोर दिया। इसके लिए कौशल विकास का अलग से मंत्रालय गठित हुआ। इसके साथ ही स्टार्ट अप और मेक इन इंडिया अभियान की भी शुरुआत की गई ताकि युवाओं को रोजगार के नए द्वार खुलने के साथ उन्हें खुद का बिजनेस खड़ा करने में आसानी हो। बता दें कि नोटबंदी के बाद आम बजट तैयार करने में लघु उद्योग भारती और वित्त मंत्रालय के बीच संवाद की लंबी प्रक्रिया चली।

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