कानपुर : शहर में बनने वाले देश के आठवें टेक्नोलॉजी सेंटर से शोध और विकास महत्व दिया जाएगा। यहां पर स्किल डेवलपमेंट के लिए संस्थान भी रहेगा, जहां विभिन्न प्रकार के कोर्स संचालित होंगे। इसके अलावा कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी रहेगा जहां चमड़ा, टेक्सटाइल, होजरी, इंजीनियरिंग, डिफेंस आदि से जुड़े उद्योगों की जरूरतें पूरी होंगी। इसके बनने पर कानपुर और आसपास के जिलों के उद्योगों को लाभ मिलेगा।
ज्ञातव्य है कि केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र व सांसद एमएम जोशी ने अथर्टन मिल कैंपस में इसकी नींव शहर को बड़ी सौगात दी है।
सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने जापान और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि एमएसएमई उद्योगों में आधुनिक तकनीक के प्रयोग से देशों की आर्थिक उन्नति तीव्र गति से होती है। दोनो हाथों को काम देंगे तो कई पेटों को भर सकेंगे। उन्होंने छोटे उद्योगों के संचालन को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि इनमें कम पूंजी लगती है और ज्यादा हाथों से बड़ा उत्पादन होता है। कानपुर में पहले बड़े उद्योग थे किंतु एक एककर बंद होते चले गये। उन्हें फिर से चलाने का प्रयास होना चाहिए। कपड़ा मंत्री से बात कर होजरी उद्योग को एक ही स्थान पर चलाने का प्रयास होना चाहिए। जमीनों को बेचने का लालच छोड़ना होगा। टेक्नोलॉजी सेंटर को बनाने में पश्चिम की नकल न कर भारतीय पृष्ठभूमि में डिजायन तैयार करना चाहिए। कार्यक्रम की शुरुआत में एलसीडी स्क्रीन पर टेक्नोलाजी सेंटर के स्वरुप को प्रदर्शित किया गया।
13 करोड़ युवा तैयार
देश में स्किल डेवलपमेंट में 13 करोड़ से अधिक युवा तैयार हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गईं स्टार्ट अप और स्टैंड अप योजनाओं के लिए टेक्नोलॉजी सेंटर से अवसर मिलेंगे।
Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.