प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिए मिलने वाले लोन प्रक्रिया को और आसान कर दिया गया है। इस योजना में लोन के लिए अब इंटरव्यू नहीं होगा। आवेदक के दस्तावेज सही होने अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी करने पर उसका लोन स्वीकृत कर दिया जाएगा। इस बदलाव से बेरोजगारों को लोन लेने में काफी आसानी होगी। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में सरकार शिक्षित बेरोजगारों को मूल राशि पर 15 से 35 फीसदी तक की छूट देती है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में बेरोजगारों को 20 हजार से 5 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है। इसमें विभिन्न कैटेगरी है। छोटे उद्योग, मध्यम उद्योग और बड़े उद्योगों के लिए अलग-अलग लोन का क्राइटेरिया फिक्स है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 20 हजार से 3 लाख रुपए तक का लोन दिया जा सकता है। इसके लिए 18 से 35 साल तक उम्र सीमा है। इसके अलावा अन्य योजना में बेरोजगारों को 5 लाख रुपए तक का लोन दिया जा सकता है। महिला रोजगार के तहत सिलाई, ब्यूटी पार्लर, हथकरघा सहित अन्य व्यवसाय शामिल हैं। इनमें उद्योगों के अनुसार लोन में 15 प्रतिशत छूट दी जाती है।
इसके लिए सरकार हर साल जिलेवार लक्ष्य निर्धारित करती है। वहीं जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से लोन के लिए आवेदन लिए जाते हैं। अब तक कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी इस योजना के तहत आवेदकों का इंटरव्यू लेकर लोन के लिए चयन करती है। इसमें कई बार भेदभाव बरतने के आरोप भी लग जाते हैं। इससे आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब सरकार ने इसकी प्रक्रिया को आसान करते हुए इसमें लिए जाने वाले इंटरव्यू को खत्म कराने का निर्णय लिया है।
इस तरह आसान होगी लोन की राह
इंटरव्यू खत्म करने के बाद अब इसकी प्रक्रिया को और अधिक सरल कर दिया गया है। अब आवेदक के यहां निरीक्षण करने के बाद या फोन पर ही आवश्यक जानकारी लेकर लोन स्वीकृत कर दिया जाएगा।
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