नई दिल्ली : दूरसंचार क्षेत्र के लिए कुशल श्रम बल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दूरसंचार विभाग ने पंडित दीनदयाल संचार कौशल विकास प्रतिष्ठान शुरू करने की घोषणा की है जिसमें इस विभाग से संबद्ध सभी सार्वजनिक उपक्रमों की भागीदारी होगी। संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने आज यहां यह घोषणा करते हुये कहा कि इसके साथ ही दूरसंचार के क्षेत्र में नवाचार करने वाले स्टार्टअप कंपनियों या व्यक्तियों को सरकार की ओर से सम्मानित करने की भी योजना बनायी गयी है और इसके लिए पंडित दीनदयाल कौशल उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र चयन मंडल गठित किया जायेगा जो इस पुरस्कार के विजेताओं का चयन करेगा।
उसी के आधार पर यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। मंत्री ने कहा कि जिस गति से दूरसंचार सेवाओं का विस्तार हो रहा है और अगले वर्ष दिसंबर तक देश की सभी ग्राम पंचायतों के ब्राडबैंड से जुड़ने के बाद 60 करोड़ ग्रामीणों तक जब दूरसंचार सेवायें सरलता से पहुंचेगी तब इन सेवाओं से जुड़ी शिकायतों को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर कुशल कामगारों की जरूरत होगी। इसी को ध्यान में रखते हुये कौशल विकास प्रतिष्ठान शुरू करने की योजना बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि अभी यह योजना पायलट तौर पर शुरू की जा रही है और पूरे देश में अभी इसके 10 केन्द्र शुरू किये जाएंगे जहां 10 हजार लोगों को प्रशिक्षित करने की तैयारी की गयी है।
इसके लिए सात करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पायलट परियोजना के बाद दूसरे चरण में यह योजना पूरे देश में शुरू की जायेगी। सिन्हा ने कहा कि इस योजना काे दूरसंचार विभाग संचालित कर रहा है और इस विभाग से संबद्ध सभी सार्वजनिक उपक्रम इसमें भागीदारी कर रहे हैं। कौशल विकास से जुड़े पाठ्यक्रम क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध होंगे और कोशिश की जायेगी कि संबंधित प्रदेश में वहां की स्थानीय भाषा में प्रशिक्षण दिया जाये।
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