हरियाणा में युवाओं को समय की मांग के अनुसार कौशल विकास (skill development) के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने रोहतक व अंबाला जिलों में दो कौशल विकास केंद्र स्थापित करने का फैसला किया है। जिसे धरातल पर अमली रूप देने का काम शुरू हो गया है।
केंद्र सरकार ने पिछले साल देशभर में युवाओं को कौशल विकास से जोडऩे के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया था। सरकार का उद्देश्य है कि युवाओं को आधुनिक मांग के अनुसार प्रयोगिक प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें निजी एवं सरकारी क्षेत्र में निकलने वाले रिक्त पदों के अनुकूल तैयार करना है। इसी दिशा में केंद्र सरकार ने करीब डेढ सौ करोड़ रुपए की लागत से रोहतक व अंबाला जिलों में कौशल विकास केंद्रों (skill development centers) को मंजूरी प्रदान की है। यह विकास केंद्र रोहतक के औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) तथा अंबाला के अंतर्गत आते साहा ग्रोथ सैंटर में स्थापित किए जाएंगे।
इन केंद्रों की स्थापना के लिए केंद्र सरकार द्वारा विस्तृत प्रोजैक्ट रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। रोहतक में इसी वर्ष निर्माण कार्य शुरू किए जाने की योजना है। जिसे लघु एवं मध्यम औद्योगिक विभाग द्वारा वर्ष 2018 के मध्य में पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि सरकार ने रोहतक में अपने स्तर पर कौशल विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। हरियाणा सरकार ने रोहतक आई.टी.आई में बनाए गए आर्ट स्कूल में कौशल विकास की गतिविधियों के संचालन हेतु स्वीकृति दी है। इस अस्थाई केंद्र पर आगामी एक सितंबर से कौशल विकास गतिविधियां शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। इसी दौरान हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार के एम.एस.एम.ई (MSME) विभाग को अंबाला के साहा में इंस्ट्रूमेंट डिजाइन एवं डिवैलपमेंट केंद्र की स्थापना को मंजूरी प्रदान करने का प्रोजैक्ट तैयार करके भेजा था। जिसे अब स्वीकृति मिल गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार इन केंद्रों के माध्यम से हर साल 10,000 युवाओं को एक से चार माह तक की अवधि वाले वोकेशल कोर्स करवाए जाएंगे। जिससे उन्हें नौकरी हासिल करने में किसी तरह की दिक्कत न आए।
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