इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक कॉलेजों में खुलेगा कौशल विकास केंद्र

पटना : राज्य के 51 तकनीकी संस्थानों में कौशल विकास केंद्र खोला जायेगा। सात इंजीनियरिंग कॉलेजों, छह प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों और 32 पॉलिटेक्निक संस्थानों में 15 कोर्स के लिए युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जायेगी। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है।

सभी संस्थानों में अक्तूबर महीने से ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा पर्षद ने संस्थानों के लिए कोर्स और सीटों को मान्यता दे दी है। पॉलिटेक्निक संस्थानों में 25-25, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 50-50, प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों में 100-100 सीटों को मान्यता दी गयी है। कौशल विकास केंद्रों में 15 विषयों की ट्रेनिंग दी जायेगी. इन संस्थानों के कौशल विकास केंद्र में सिविल, मैकेनिकल ट्रेड से जुड़े कोर्स शुरू कराये जायेंगे।

इसमें कंप्यूटर रिपयेरिंग, मोबाइल रिपयेरिंग समेत अन्य कोर्स भी चलाये जायेंगे। इसमें छात्र-छात्राओं को 250 घंटे या तीन महीने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसमें 2050 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। इन्हें ट्रेनिंग कीट दी जायेगी और व्यवहारिक व प्रायोगित दोनों तरह की ट्रेनिंग दी जायेगी। उन्हें इंजीनियरिंग कॉलेजों व पॉलिटेक्निक संस्थानों के प्रयोगशाला में काम करने का मौका मिलेगा। एआइसीटीइ से मान्यता मिलने के बाद ट्रेनिंग कार्यक्रम को राज्य स्टीयरिंग कमेटी ने स्वीकृति प्रदान कर दी है और अब ट्रेनिंग का प्रोग्राम अक्तूबर से शुरू हो सकेगा।

कोर्स की जानकारी देंगे संस्थान

विज्ञान व प्रावैधिकी विभाग के निदेशक अतुल सिन्हा ने सभी संस्थानों को निर्देश दिया है कि कौशल विकास कोर्स के बारे में लोगों को जानकारी दी जायेगी। संस्थानों में कोर्स की शुरुआत तभी हो सकती है, जब सभी सीटें भर जायें।  इसके लिए संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे जागरूकता अभियान चलाये. युवाओं को कौशल विकास के बारे में जानकारी दें और  इससे होने वाले लाभ के बारे में बतायें।

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