छपरा (बिहार) : सदर अस्पताल में सरकार ने अमानत व्यापक योजना लागू की है। इस योजना के तहत 6 माह तक प्रसव कक्ष में कार्यरत चिकित्सा कर्मियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस योजना के कार्यान्वयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इस योजना का कार्यान्वयन केयर इंडिया की देख-रेख में होगा। इसकी विधिवत शुरुआत 5 सितंबर को किया जायेगा। इसके लिए सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ सिंह, महिला चिकित्सा विभाग के प्रभारी पदाधिकारी डॉ नीला सिंह तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को राज्य स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने के लिए नामित किया गया है। कार्यशाला का आयोजन 3 सितंबर को पटना में होना है जिसमें अमानत व्यापक योजना के कार्यान्वयन का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
क्या है योजना : सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में कार्यरत ए ग्रेड नर्स, एएनएम तथा जीएनएम और चिकित्सकों को उनके कार्यक्षमता को बेहतर बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलेगा। दो प्रशिक्षु ए ग्रेड नर्स तथा चिकित्सक प्रशिक्षक के रूप में तैनात किये गये है। चिकित्सकों को प्रत्येक सप्ताह में एक दिन 6 माह तक का प्रशिक्षण दिया जायेगा जबकि अन्य चिकित्सा कर्मियों को प्रतिदिन लगातार 6 माह तक प्रशिक्षण लेना है।
क्या है उद्देश्य : सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना अमानत व्यापक योजना का मुख्य उद्देश्य है। इसके तहत कार्यरत चिकित्सा कर्मियों की कार्य की गुणवत्ता और कौशल विकास किया जायेगा। कौशल विकास के लिए प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रसव कराते समय सावधानी बरतने वाली मुख्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी। मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के दौरान होने वाले संक्रमण रोकने, प्रसव के उपरांत महिलाओं की देख-भाल बेहतर ढंग से करने के तरीके सिखाएं जायेंगे।
पीएचसी में भी होगा लागू : सदर अस्पताल में अमानत व्यापक योजना लागू होने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी लागू किया जायेगा। सभी पीएचसी, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पतालों में प्रसव कक्ष में 6 माह तक का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
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