मुंबई : मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड रेल प्रॉजेक्ट की आधारशिला गुरुवार को रख दी गई। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की ओर से शुरू की गई इस परियोजना से भारत में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के 20 हजार अवसर पैदा हो सकते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च टीम की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
प्रॉजेक्ट के शुरू होते ही संचालन और रखरखाव के क्षेत्र में 4000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजागर मिलेगा। बाद में और 16000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के मौके मिलेंगे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्रुप चीफ इकनॉमिक अडवाइजर एस के घोष ने कहा, ‘इसके अतिरिक्त भारत में हाई स्पीड ट्रेन आने से निश्चित तौर पर नौकरियों और युवाओं के लिए नए कौशल सीखने के अवसर पैदा होंगे जिससे स्किल इंडिया की मंशा पूरी होगी।’
इस अत्याधुनिक रेल प्रॉजेक्ट पर 5 साल में 1,10,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हर साल 20,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जापान 88,000 करोड़ रुपये कर्ज 0.1% की ब्याज दर से दे रहा है। पूरा कर्ज 50 सालों में लौटाना है।
इस प्रॉजेक्ट के कारण नौकरियां पैदा होने के इतर बैलस्टलेस ट्रैक के निर्माण के अलावा संचार तंत्र, सिग्निलिंग इक्विपमेंट तथा बिजली वितरण व्यवस्था स्थापित करने के क्षेत्र में नई स्किल आने की उम्मीद है। बुलेट ट्रेन सिस्टम के रखरखाव में आधुनिक और विश्वस्तरीय प्रक्रिया अपनाई जाएगी जिससे भारतीय रेल की मौजूदा व्यवस्था का पूरा माजरा ही बदलने की उम्मीद की जा रही है।
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