नई दिल् लीः देश के तेजी से बढ़ते निर्माण क्षेत्र को कुशल श्रमबल उपलब्ध कराने के लिए रिएल्टी कंपनियों के प्रमुख संगठन क्रेडाई ने इस साल के अंत तक एक लाख श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य तय किया है। क्रेडाई का कहना है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में निर्माण उद्योग का योगदान करीब 11 फीसदी है और इस क्षेत्र के अगले 10 वर्षों में 5 करोड़ से ज्यादा रोजगार सृजित करने की क्षमता है। एक उद्योग के तौर पर निर्माण क्षेत्र लगातार विकास कर रहा है लेकिन कुशल श्रमबल का इस क्षेत्र में अभाव बना हुआ है। अन्य विकसित देशों की तुलना में देश में कुशल श्रमबल की काफी कमी है। साल दर साल निर्माण कार्य तकनीकी रूप से ज्यादा विकसित होता जा रहा है, ऐसे में इस क्षेत्र को पहले से कहीं अधिक कुशल श्रमबल की जरूरत है।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की रिपोर्ट के अनुसार देश को वर्ष 2022 तक रियल एस्टेट क्षेत्र में करीब 7.65 करोड़ मजबूत श्रमबल की जरूरत होगी और इनमें से 15 से 65 आयु वर्ग के 97 प्रतिशत श्रमिकों के काम शुरू करने से पहले प्रशिक्षण प्राप्त करने की उम्मीद नहीं है। क्रेडाई ने 2011 में पहली बार कुशलता की कमी पर ध्यान दिया और कुशल श्रमिकों की कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया। एनएसडीसी के साथ सांझेदारी में क्रेडाई ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘कौशल’ के साथ कुशलता के क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसके बाद से क्रेडाई भारत भर में अपने सदस्य डेवलपरों के माध्यम से निर्माण श्रमिकों के लिए नियमित तौर पर परियोजना स्थल पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
कौशल प्रशिक्षण से निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों को बेहतर और ज्यादा लाभकारी काम के अवसर प्राप्त करने में मदद मिलती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाले अकुशल श्रमिक अद्र्ध-कुशल नौकरियां तलाशते हैं, वहीं अद्र्ध-कुशल श्रमिकों को कुशल श्रमबल की जरूरत वाली नौकरियां हासिल होती हैं। सही मायने में ऐसा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी श्रमिकों के वेतन में भी निश्चित तौर पर वृद्धि होती है, वह भी किसी औपचारिक तरीके से निर्धारित किए बिना। प्रशिक्षण कार्यक्रमों से डेवलपर्स को श्रमिकों की उत्पादकता सुधारने और गुणवत्तापूर्ण कार्य करने में मदद मिल रही है। इससे निर्माण सामग्रियों की बर्बादी कम करने और समय एवं पैसे की बचत करने में भी मदद मिलती है।
क्रेडाई ने देश भर में 100 से ज्यादा निर्माण स्थलों पर अब तक करीब 50,000 से ज्यादा प्रशिक्षुओं को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया है। क्रेडाई का लक्ष्य इस साल के अंत तक कम से कम एक लाख निर्माण श्रमिकों को प्रशिक्षित करने का है। इन सबके अलावा क्रेडाई सीएसआर फाउंडेशन अपने छात्रवृत्ति कोष के माध्यम से सिविल इंजीनियरिंग डिग्री पाठ्यक्रमों, आर्किटेक्ट पाठ्यक्रमों एवं रियल एस्टेट से संबंधित अन्य इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को मदद भी करता है।
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