तीन लाख युवाओं को ट्रेनिंग के लिए जापान भेजकर ‘स्किल इंडिया’ को चमकाएगी सरकार

नई दिल्ली : कैबिनेट ने ऐसे कुछ फैसलों पर मुहर लगाई है जो भारत व जापान दोनों देशों के लिए आने वाले दिनों में काफी फायदे का सौदा साबित होंगे। इसमें एक फैसला तीन लाख प्रशिक्षित भारतीय युवा कामगारों को जापान में काम करने का मौका देगा। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में जापान के साथ टेक्नीकल इनटर्न ट्रेनिंग प्रोग्र्राम (टीटीटीपी) समझौता करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।

इसके बारे में कौशल विकास, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि इसके तहत तीन लाख भारतीय युवाओं को तीन से पांच वर्षों के लिए जापान भेजा जाएगा। ये युवा भारत में भी स्किल इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किए जाएंगे और जापान में भी इन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

ये जापान में काम करने के साथ ही प्रशिक्षण भी हासिल करेंगे। अगले तीन साल में जापान की वित्तीय सहायता पर इन युवाओं को जापान भेजा जाएगा।

जापान देगा खर्च

प्रधान ने बताया कि तीन से पांच साल के लिए जापान जाने वाले प्रत्येक प्रशिक्षित युवा को जापान में प्रशिक्षण के साथ ही काम करने का भी मौका मिलेगा। तीन लाख युवकों को परखने में वहां रोजगार के भी अवसर प्रदान किए जाएंगे। वहां पर उनके रहने की व्यवस्था भी जापान ही करेगा।

भारत लौटने पर भी नौकरी का मौका

जब ये भारत आएंगे तो अपने साथ एक बेहद कुशल अंतरराष्ट्रीय कार्य व्यवहार और औद्योगिक प्रशिक्षण लेकर आएंगे जिसका भारत में इस्तेमाल हो सकेगा। जापान प्रशिक्षित युवा पेशेवरों की कमी से जूझ रहा है जबकि भारत में युवाओं की बड़ी फौज है। इस तरह से यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा।

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