चंडीगढ़: पंजाब सरकार की ओर से कौशल विकास मिशन के अधीन स्व रोजगार के लिए कृषि और सहायक व्यवसाय के प्रशिक्षण के लिए निशुल्क पाठ्यक्रम चलाए जाएगे। केद्रीय कौशल विकास और उद्यम विभाग के सचिव ने इन पाठ्यक्रमो को चलाने के लिए सैद्धातिक तौर पर मज़ूरी दे दी है। पंजाब कौशल विकास मिशन के अधीन कृषि विभिन्नता लाने के लिए किसानो और दूसरे को कला का प्रशिक्षण देने, किसानो की आय को दोगुना करने और पानी की कमी से निपटने के लिए कृषि और सहायक सेवाओ के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे है।
पंजाब भवन मे कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रोग्रामो से सबधी विभिन्न मुद्दो पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की गई। तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री चरनजीत सिह चन्नी की अध्यक्षता मे हुई मीटिग में केद्र सरकार के डॉ. केपी कृष्णन सचिव कौशल विकास और उद्यम विभाग, मुख्य सचिव करन अवतार सिह, अतिरिक्त मुख्य सचिव एमपी सिह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिह व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इसमे फैसला लिया गया कि पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी और गुरु अगद देव वेटरनरी युनिवर्सिटी कृषि और सहायक व्यवसाय के कौशल विकास के पाठ्यक्रम चलाएगी। मंत्री ने कहा कि यह पाठ्यक्रम प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना स्कीम अधीन रेकगनाइजेशन ऑफ प्रायर लर्निग (आरपीएल) प्रोग्राम अधीन चलाए जाएगे। उन्होंने साथ ही बताया कि केंद्रीय कौशल विकास और उद्यम मंत्रालय को इन पाठ्यक्रमो की स्वीकृति के लिए पीएसडीएम की ओर से एक अलग प्रस्ताव भेजा जाएगा।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेंगे
मंत्री ने कहा कि एमएसडीई के सचिव ने सैद्धातिक तौर पर श्री चमकौर साहिब में स्थापित की जाने वाली पंजाब कौशल विकास यूनिवर्सिटी मे इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स स्थापित करने की सहमति दी है। उन्होंने कहा कि इस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी का हिस्सा होगा और राज्य में चल रहे कौशल विकास केद्रो के लिए सर्टिफिकेशन अथॉरिटी के तौर पर भी काम करेगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रसिद्ध औद्योगिक इकाइयो द्वारा राज्य के नौजवानो को नौकरी सबधी शिक्षा और प्रशिक्षण देने के लिए यूनिवर्सिटी के कैपस में सेटर ऑफ एक्सीलेस स्थापित किए जाएगे।