रांची : अब प्लस टू स्कूलों व कॉलेजों में ही बच्चों को शिक्षा देने के साथ- साथ हुनरमंद बनाया जाएगा। 10 वीं पास करने के बाद स्टूडेंट्स को स्कूलों में स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी। स्टूडेंट्स अपनी पसंद के ट्रेड में ट्रेनिंग ले सकेंगे। कौशल विकास की ट्रेनिंग लेने वाले स्टूडेंट्स अगर इंटर करने के बाद ग्रेजुएशन नहीं करना चाहेंगे तो उनका कैंपस प्लेसमेंट भी कराया जाएगा। इस दौरान वे 8 से 15 हजार रुपए प्रतिमाह तक की कमाई कर सकेंगे। इसके लिए उच्च शिक्षा एवं तकनीकी विभाग की ओर से राज्य के 30 कॉलेजों में स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोला जा रहा है।
सरकार देगी ट्रेनिंग
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह के मुताबिक, जो कॉलेज अपने यहां स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलना चाहते हैं, वे इसके लिए आवेदन दे सकते हैं। सरकार की ओर से उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग का मकसद ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स के हुनर को निखारना है। उन्होंने बताया कि झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी से संबंद्ध संस्थाओं की ओर से कॉलेजों में स्टूडेंट्स को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी।
30 कॉलेजों में शुरू होगा सेंटर
पहले चरण में राज्य के 30 कॉलेजों में स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोला जा रहा है। इसमें 11 वीमेंस कॉलेज शामिल है। रांची यूनिवर्सिटी के रांची वीमेंस कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज के अलावा विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के पांच, सिदो- कान्हू यूनिवर्सिटी के पांच और नीलांबर- पीतांबर यूनिवर्सिटी ते तीन कॉलेजों में भी स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने की तैयारी अंतिम चरण में है।
कराया जाएगा सर्टिफिकेट कोर्स
कॉलेजों में प्लस टू में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स साथ में स्किल डेवलपमेंट का भी कोर्स कर सकते हैं। इन स्टूडेंट्स को उनकी पसंद के ट्रेड में चार से छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाएगा। इसके बाद उनके प्लेसमेंट की भी व्यवस्था उच्च शिक्षा विभाग द्वारा की जाएगी।
दर्जन भर ट्रेड की होगी पढ़ाई
कॉलेजों में खुलने वाले स्किल डेवलपमेंट सेंटर में 12 ट्रेड में सर्टिफिकेट कोर्स करने का ऑप्शन स्टूडेंट्स के पास होगा। वे अपनी पसंद के ट्रेड में ट्रेनिंग ले सकते हैं। इन ट्रेड में पढ़ाई के लिए एक्सपर्ट्स की सेवा लेने की तैयारी चल रही है।