झारखंड स्किल डवलपमेंट मिशन सोसायटी ने युवाओं को राज्य में ही रोजगार देने हेतु शुरू की “इंडस्ट्री कनेक्ट” श्रृखंला

धनबाद : झारखंड स्किल समिट- 2018 से सबक लेते हुए रघुवर सरकार ने कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को राज्य में ही रोजगार देने की पहल की है। इसकी जिम्मेवारी झारखंड स्किल डवलपमेंट मिशन सोसायटी (जेएसडीएमएस) और झारखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जियाडा) जुट गया है। अब यहां के कल-कारखानों में रोजगार की आवश्यकता के अनुसार ही युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों के लिए झारखंड में ही रोजगार के द्वार खुलेंगे।

12 जनवरी 2018 को रांची में झारखंड स्किल समिट का आयोजन किया गया था। इस मौके पर 26,674 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया था। 90 प्रतिशत नियुक्ति पत्र देने वाली कंपनियां राज्य के बाहर की थी, जबकि मात्र 10 प्रतिशत कंपनियां झारखंड की थी। यहां के युवक-युवती कम पैसे पर राज्य के बाहर काम करने जाने को तैयार नहीं हैं या व्यवहारिक भी नहीं है। नतीजतन, नियुक्ति पत्र लेने वाले ज्यादातर युवा-युवतियों ने नियोक्ता के यहां योगदान नहीं दिया। इससे सबक लेते हुए राज्य में ही ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिले इसके लिए अवसर तैयार किया जा रहा है। राज्य में स्थित कल-कारखानों में किस तरह की रोजगार की आवश्यकता है? कितनी रोजगार की आवश्यकता है? यह जानने के लिए जेएसडीएमएस और जियाडा ने इंडस्ट्री कनेक्ट श्रृखंला शुरू की है। इसके तहत शुक्रवार को धनबाद क्लब में कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसमें भाग लेने के लिए धनबाद जिले के उद्योग मालिकों और विभिन्न एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला में जेएसडीएमएस के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी अमर झा, उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे, आइआइटी-आइएसएम के निदेशक राजीव शेखर, बीसीसीएल के सीएमडी अजय कुमार सिंह, बीआइटी के निदेशक डॉ. डीके सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।

एक लाख रोजगार देने का लक्ष्य: लोकसभा चुनाव-2019 में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा बनने वाला है। इस मुद्दे पर राज्य की भाजपा सरकार ने 12 जनवरी 2019 को झारखंड का दूसरा स्किल समिट करने की तैयारी कर रही है। इस अवसर पर एक लाख युवा-युवतियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटा जाएगा। नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वालों को रोजगार भी मिल सके यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। इसी के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को राज्य के कल-कारखानों में ही रोजगार देने की दिशा में काम हो रहा है।

”झारखंड में मुख्य रूप से धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर और रांची औद्योगिक हब हैं। यहां के कल-कारखानों में किस तरह की रोजगार की आवश्यकता है? यह जानने के लिए धनबाद में इंडस्ट्री कनेक्ट का आयोजन किया जा रहा है। इस श्रृंखला में आने वाले दिनों में बोकारो और रांची में भी कार्यक्रम किए जाएंगे। यहां कल-कारखानों में किस तरह की रोजगार की आवश्यकता है उसी अनुसार युवा-युवतियों का कौशल विकास किया जाएगा। उद्योग मालिक बाहर से कुशल मजदूर मंगाते हैं। आने वाले दिनों में उद्योग मालिकों को बाहर से कुशल मजदूर मंगाने की आवश्यकता नहीं होगी।” – अमर झा, सीईओ, जेएसडीएमएस।

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