नई दिल्ली। यूनेस्को द्वारा साक्षरता के क्षेत्र में विशिष्ट काम के लिए दिए जाने वाला पुरस्कार 2016 के लिए भारत में केरल राज्य के एक संस्थान जन शिक्षण संस्थान, मल्लापुरम को दिया गया है।
इस संस्थान के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम वोकेशनल एंड स्किल डेवलपमेंट फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट को यूनेस्को द्वारा बनाई गई ज्यूरी ने काफी सराहा है। इस संस्थान को यह पुरस्कार आठ सितंबर को यूनेस्को के मुख्यालय, पेरिस में अंर्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के दिन दिया जाएगा।
साल 2006 में हुई थी कार्यक्रम की शुरुआत
नीलाम्बुर मुस्लिम आर्फेनेज कमेटी के द्वारा चलाए जा रहे इस संस्थान जिसकी शुरुआत 2006 में हुई थी उसके द्वारा बहु-तकनीकी उपकरणों के माध्यम से इस कार्यक्रम चलाया जा रहा है, इसका बंदोबस्त सम्हाला जा रहा है और इसकी प्रगति पर नजर रखी जाती है।
इस संस्थान ने विशेष रूप से ब्रेल के मैटिरियल और टॉकिंग पेन के माध्यम से नई-नई चीजें लोगों को साक्षरता बढ़ाने के लिए उपलब्ध कराई हैं। यूनेस्को ने इस पुरस्कार की स्थापना 1967 में किया था और साक्षारता के लिए दिए जाने वाला यह पुरस्कार हर साल किसी व्यक्ति, सरकारों या गैर-सरकारी संस्थाओं को साक्षरता के क्षेत्र में या इस क्षेत्र मे बेहतर काम के लिए दिया जाता है।
इसके माध्यम से यूनेस्को साक्षरता के लिए इस्तेमाल किए गए प्रभावी तरीकों के साथ-साथ डाइनमिक साक्षरता समाजों को बढ़ावा देता है और प्रोत्साहित करता है। विजेताओं को यूनेस्को के द्वारा अंर्तराष्ट्रीय ज्यूरी की सिफारिश पर नामित किया जाता है। जिसमे पांच स्वतंत्र और महत्वपूर्ण पेशेवर शामिल होते हैं। सभी पुरस्कार विजेताओं को नगद पुरस्कार राशि के अलावा एक रजत पदक और डिप्लोमा भी प्रदान किया जाता है।
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