मुद्रा लोन में बढ़ते एनपीए से घबराई सरकार, पात्रता में स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट शामिल करने का प्रस्ताव पेश

मुद्रा लोन में बढ़ते एनपीए ने सरकार को परेशानी में डाल दिया है। जिसके बाद सरकार मुद्रा लोन की पात्रता में बदलाव की योजना बना रही है। सरकार ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसके तहत कुशल श्रमिकों को ही मुद्रा लोन का लाभ मिलेगा। सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक मुद्रा लोन की पात्रता में बदलाव करके केवल उन्हीं लोगों को लोन का फायदा दिया जाए, जिनके पास स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट हो।

चार साल पूरे कर चुकी मोदी सरकार पहले ही नए रोजगार पैदा न होने और बेरोजगारी बढ़ने जैसे आरोपों का सामना कर रही है, वहीं मुद्रा लोन में बढ़ रहे एनपीए ने भी सरकार की नींद उड़ा दी है। यहां तक कि कौशल विकास योजना के तहत स्किल ट्रेनिंग लेने के बाद भी लाखों युवा बेरोजगार हैं।

कुशल श्रमिकों को ही मिले लोन

सरकार ने एक तीर से दो निशाने साधते हुए मुद्रा लोन का एनपीए कम करने और स्किल ट्रेनिंग पा चुके युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक नया प्रस्ताव पेश किया है। सरकार की योजना है कि इस नए प्रस्ताव से कुशल श्रमिकों को लोन प्रदान करके देश में रोजगार की स्थिति में सुधार किया जा सकता है। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक अगर किसी स्किल वर्कर को जॉब नहीं मिलती है, तो वह अपना बिजनेस सेटअप खड़ा कर सकता है। इससे न केवल वह अपना बिजनेस खड़ा कर पाएगा, बल्कि वह दूसरों को भी रोजगार मुहैया करने में मदद करेगा।

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