हांगझू। रविवार को चीन में शुरु हुए जी20 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 समिट को संबोधित करते हुए विश्व के आर्थिक विकास का अपना विजन और एजेंडा पेश किया। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकॉनोमी की चुनौतियों का सामना सिर्फ बातों से संभव नहीं है, इसके लिए देशों को सामूहिक रूप से, एक दूसरे का सहयोग करते हुए एक लक्ष्य के साथ एक्शन लेने होंगे।
दुनिया के 20 ताकतवर अर्थव्यवस्था वाले देशों के इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में ग्लोबल इकॉनोमिक ग्रोथ के लिए वित्तीय व्यवस्था में सुधार और आधारभूत ढांचे के साथ-साथ मानव संसाधन के विकास पर बल दिया। पीएम मोदी ने कहा कि यह ऐसा समय है जब विश्व राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है। हम सबको मिलकर कलेक्टिव, कोऑर्डिनेटेड और टारगेटेड एक्शन लेने होंगे वरना सिर्फ वार्ताओं से इस समस्या का समाधान नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि निर्णायक कदम उठाने का समय आ गया है ताकि विश्व की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ सके और दुनिया के सभी देशों को इसका फायदा मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सबकी चुनौतियां एक हैं और अवसर भी हम सबके लिए समान हैं। डिजिटल क्रांति और नए टेक्नॉलोजी के आधार पर विश्व अर्थव्यवस्था आगे विकास करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 समिट में अपील किया कि विश्व अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए देशों को डिजिटल गैप खत्म करना चाहिए। इसके साथ नए टेक्नॉलोजी के विकास के रास्ते में बाधक चीजों को हटाना होगा। उन्होंने स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ स्किल्ड प्रफेशनल्स के एक देश से दूसरे देश में मूवमेंट आसान बनाने की वकालत की। उन्होंने विश्व में पूंजी के प्रवाह को सरल बनाने की भी बात कही।
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