मुंबई : कंपनी सचिव (सीएस) की परीक्षा में असफल विद्यार्थियों के लिए एक खुशखबरी है। देश में व्यापारियों के लिए जो वस्तु व सेवा कर परेशानियों का सबब बना हुआ है, वही सीएस की परीक्षा में असफल विद्यार्थियों के लिए कमाई का जरिया बन सकता है। इसके लिए बस उन्हें जीएसटी का प्रशिक्षण लेना होगा। ऐसे विद्यार्थियों की मदद के लिए भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) आगे आया है। इन विद्यार्थियों को जीएसटी लेखा सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही सफल अभयर्थियों की बीएफएसआई एसएससी अथवा एनएसडीसी के नियमों के अनुसार नियुक्ति की जाएगी।
एनएसडीसी के साथ करार
देश में जबसे जीएसटी लागू हुआ है, तबसे उसकी तकनीकी जानकारी को लेकर व्यापारी परेशान हैं। इसे देखते हुए सीएस की परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थियों को जीएसटी का प्रशिक्षण देने का फैसला किया गया है। इस संबंध में आईसीएसआई ने विद्यार्थियों को जीएसटी लेखा सहायक के रूप में प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ एक समझौता किया है। समझौते के मुताबिक, आईसीएसआई जीएसटी लेखा सहायक का पाठ्यक्रम तैयार करेगा। यह पाठ्यक्रम 100 घंटे का होगा। पूर्णकालिक प्रशिक्षण लेने वाले विद्यार्थियों को 10 से 15 दिन में पूरा पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। साथ ही, जो विद्यार्थी कहीं पर नौकरी या व्यवसाय कर रहे हैं, अगर वह प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, तो उन्हें 25 दिनों में पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थी व्यापारिक संस्थानों को जीएसटी लेखा सहायक के रूप में मदद कर सकेंगे। समझौता के मुताबिक, आईसीएसआई अपने विद्यार्थियों, सदस्यों और अन्य साझीदारों को पाठ्यक्रम का विवरण देगा और इच्छुक अभ्यर्थियों का विवरण साझा करेगा।
सीएस के विद्यार्थियों को ही प्रशिक्षण क्यों
वैसे तो जीएसटी लागू होने के बाद देशभर में निजी संस्थान पाठ्यक्रम चला रहे हैं, लेकिन आईसीएसआई द्वारा प्रशिक्षण का कोई शानी नहीं है। सीएस में असफल रहे विद्यार्थियों को ही प्रशिक्षण क्यों, इसके बारे बारे में बताया आईसीएसआई के पश्चिम क्षेत्र के चेयरमैन प्रकाश पंड्या ने। उनके मुताबिक जब विद्यार्थी कंपनी सचिव परीक्षा की तैयारी करते हैं, तो वे उसे जुड़े सभी पाठ्यक्रम पढ़ते हैं। इससे उन्हें व्यवसाय और उद्योग से जुड़े तकनीकी पहलू और कानून की जानकारी होती है। चूंकि यह परीक्षा बहुत कठिन होता है, इसलिए सभी विद्यार्थी परीक्षा में सफल नहीं होते हैं, लेकिन उनकी जानकारी कम नहीं होती है। उन्हें जीएसटी का प्रशिक्षण देकर उनकी ज्ञान का सदुपयोग किया जा सकता है। इसलिए ऐसे विद्यार्थियों का विवरण जुटा रही है। विवरण मिलने के बाद उन विद्यार्थियों को एनएसडीसी और आईसीएसआई के केंद्र पर प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
समझौता और पाठ्यक्रम
– 100 घंटे का पाठ्यक्रम
– पूर्णकालिक आधार पर 10 से 15 दिन में प्रशिक्षण
– अल्पकालिक आधार पर 25 दिनों में प्रशिक्षण, हर दिन 4 घंटे कक्षा
– सफल अभयर्थियों की बीएफएसआई एसएससी / एनएसडीसी के नियमों के तहत नियुक्ति
– आईसीएसआई अपने विद्यार्थियों, सदस्यों और अन्य साझीदारों को पाठ्यक्रम का विवरण देगा
– आईसीएसआई इच्छुक अभ्यर्थियों का विवरण साझा करेगा।
– विद्यार्थियों को एनएसडीसी और आईसीएसआई के केंद्र पर प्रशिक्षण
– प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत पाठ्यक्रम का संचालन
– आईसीएसआई के अभ्यर्थियों को कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं
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