नालंदा (बिहार) : नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी, क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस किया जाएगा। नए कुलपति डॉ. आरके सिन्हा ने बुधवार को प्रेसवार्ता में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन सबसे जरूरी है, इस विश्वविद्यालय से लाखों छात्र जुड़े हैं। लाइब्रेरी को अपग्रेड किया जाएगा। ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी छात्रों को दी जाएगी। हमलोग इसपर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी छात्रों के बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है, ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कत होती है। कोशिश है कि उनके लिए कुछ स्पेस मिले। इसके अलावा मैनपावर को बढ़ाने के लिए भी सरकार को लिखा गया है। ताकि कार्यालय का काम सुचारू तरीके से हो सके। डॉ. सिन्हा ने बताया कि विश्वविद्यालय के सारे काम ऑनलाइन होंगे। इसपर विचार किया जा रहा है। इसमें नामांकन से लेकर परीक्षा व्यवस्था, फॉर्म मिलने की व्यवस्था आदि सारी चीजें छात्र घर बैठे कर सकेंगे। उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को स्टडी मेटेरियल भी ऑनलाइन ही उपलब्ध कराया जाएगा।
स्किल डेवलपमेंट कोर्स
कुलपति ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट कोर्स चलाया जाएगा। इस तरह के प्रस्ताव पर प्रधान सचिव से चर्चा हुई है। इसमें सर्टिफिकेट, डिग्री डिप्लोमा कोर्स शामिल होंगे। रूपरेखा जल्द ही तैयार की जाएगी। ताकि छात्रों को जॉब मिल सके। उन्होंने कहा कि स्किल पर अभी विशेष जोर है, नौकरी भले ही कंपनी दे लेकिन सर्टिफिकेट तो विवि ही देगा।
1जुलाई से नामांकन
नए सत्र के लिए नालंदा खुला विवि में 1 जुलाई से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। विवि के रजिस्ट्रार डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि 30 अगस्त तक नामांकन के लिए आवेदन की अंतिम तिथि है।
बाकी बचे सेंटर खुलेंगे
डॉ.सिन्हा ने बताया कि विवि की राज्य में 240 सेंटर खोलने की योजना थी, अभी सारे नहीं खुले हैं। बचे सेंटरों को खोला जाएगा। कोर्स कोआर्डिनेटरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इग्नू के साथ टाईअप कर एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम, रिसोर्स शेयरिंग प्रोग्राम पर फोकस होगा। दो महीने के अंदर दीक्षांत समारोह भी कराया जाएगा।
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