गोरखपुर के प्रशिक्षण संस्थानों में चल रहा है गोरखधंधा, अब मान्यता पर लटकी तलवार

गोरखपुर : कौशल विकास के नाम पर चल रहे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने की बात सामने आई है। शहर के जेल रोड और पादरी बाजार क्षेत्र में चल रहे सनशाइन निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और गायत्री प्राइवेट आइटीआइ की जांच हुई तो पता चला कि कहीं नवंबर 2016 के बाद से एक भी छात्र आया ही नहीं है तो कहीं बगैर वर्कशाप/प्रयोगशालाओं के ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही नहीं भारी मशीनों की सुरक्षा के इंतजाम और डेस्क-बेंच, पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं का घोर अभाव है। व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री सुरेश पासी के कड़े निर्देश के बाद संयुक्त निदेशक शिशिक्षु / प्रशिक्षु ने दोनों कालेजों की जांच कर रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में दोनों ही संस्थानो में नियमों का घोर उल्लंघन कर कालेज संचालित किए जाने की बात सामने आई है। ऐसे में इन संस्थानों की मान्यता पर तलवार लटक रही है।

बीते 18 जनवरी को शहर के आइटीआइ का हाल जानने औचक पहुंचे व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री सुरेश पासी को कई खामियां देखने को मिली थीं। पादरी बाजार स्थित सनशाइन आइटीआइ और गायत्री देवी आइटीआइ में प्रबंधकों से बात करने के बाद भी निरीक्षण नहीं हो सका था। एक कालेज के प्रबंधक ने मंत्री के दौरे की जानकारी पाते ही मोबाइल बंद कर लिया तो दूसरे पर ताला लगा मिला। नाराज मंत्री ने संयुक्त निदेशक शिशिक्षु/ प्रशिक्षु को एक सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। जांच में दोनों ही कालेजों में भारी अनियमितताएं होने की बात सामने आई है। सनशाइन निजी आइटीआइ की जांच में संस्थान प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां प्रशिक्षण नहीं होता है। यही नहीं एक भी प्रशिक्षणार्थी की उपस्थिति मानक के अनुरूप नहीं मिली। तो गायत्री निजी आइटीआइ में आइटी लैब केवल कागजों में ही स्थापित है। संस्थान का संचालन मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया।

सनशाइन निजी आइटीआइ

– संस्थान की उपस्थिति पंजिका एवं प्रधानाचार्य द्वारा प्रस्तुति समय-सारिणी का अवलोकन करने पर पाया गया कि संस्थान में प्रशिक्षणार्थियों का प्रशिक्षण होता ही नहीं है।
– संस्थान की मान्यता अक्टूबर 2016 में प्राप्त हुई थी। जिसमें छह यूनिट इलेक्ट्रीशियन एवं तीन यूनिट फिटर की मान्यता मिली थी, लेकिन संस्थान में आइटी लैब नहीं है।
– एक भी प्रशिक्षणार्थी की उपस्थिति मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। नवंबर 2016 के बाद उपस्थिति का कोई विवरण नहीं है।
– भारी मशीनों पर विद्युत सुरक्षा के लिए मैटिंग नहीं लगी हुई है।

गायत्री निजी आइटीआइ

– आइटी लैब भौतिक अवस्था में नहीं पाया गया
– व्यवसाय फिटर में एक लेथ मशीन नहीं है।
– भारी मशीनों वा विद्युत सुरक्षा के लिए मैटिंग नहीं लगाई गई है।
– शुद्ध पेय -जल का अभाव है।

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