सीबीएसई स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से 10वीं कक्षा में कौशल विकास के लिए वोकेशनल कोर्स अनिवार्य

विद्यार्थियों को कौशल विकास से जोड़ने के लिए सीबीएसई ने नए शैक्षणिक सत्र में10वीं कक्षा में वोकेशनल कोर्स को अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, पहले भी वोकेशनल कोर्स चल रहे थे, लेकिन अनिवार्यता की बाध्यता नहीं थी। अब स्कूलों को इन कोर्स को अतिरिक्त विषय के तौर पर पढ़ाना होगा।
जानकारी के अनुसार, पहले 12वीं एवं उसके बाद यह कोर्स चलाए जाते हैं, लेकिन 10वीं कक्षा से इसकी शुरुआत से विद्यार्थियों को रोजगार की दृष्टि से फायदा होगा। इसके लिए बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देशित कर दिया है।

वोकेशनल कोर्स में डायनैमिक्स ऑफ रिटेलिंग, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, सिक्योरिटी, ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, पर्यटन, ब्यूटी एंड वेलनेस, बेसिक एग्रीकल्चर, फूड प्रोडक्शन, फ्रंट ऑफिस ऑपरेशंस, बैंकिंग एंड सेल्स, हेल्थकेयर सर्विस आदि कोर्स शामिल किए गए है। इनमें से विद्यार्थियों को किसी एक विषय का चयन करना होगा।

पांच के बजाय छह विषय पढ़ेंगे विद्यार्थी

हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान विषय को विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है। अब एक वोकेशनल विषय जुड़ने से विषयों की संख्या छह हो जाएगी। वोकेशनल के 100 अंक के पेपर में 50 अंक बोर्ड परीक्षा एवं 50 अंक इंटरनल अंक के रूप में दिए जाएंगे।

फेल होने का डर होगा दूर

वोकेशनल कोर्स को शामिल करने से विद्यार्थियों के परीक्षा में फेल होने के डर से निजात मिलेगी। छात्र यदि मुख्य तीन विषय विज्ञान, गणित व सामाजिक विज्ञान में से किसी एक भी विषय में फेल होता है, तो उसकी जगह वोकेशनल विषय के अंक जोड़कर पास कर दिया जा सकेगा। वहीं, छात्र अपनी इच्छा से रि अपीयर परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

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