बरबीघा : कौशल विकास से जहां शिक्षित बेरोजगार युवा समाज का तकनीकी विकास करने में सक्षम होंगे | वहीं तकनीकी प्रतियोगिता परीक्षाओं व निजी क्षेत्र में रोजगार का अवसर प्राप्त कर स्वावलंबी होंगे | उक्त बातें बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्री कृष्ण सिंह की स्मृति में स्थापित आइटीआइ कॉलेज के निदेशक अरुण कुमार साथी ने कही |
उन्होंने बताया कि विगत सप्ताह सारे अनिवार्य संसाधनों,उपस्करों से सुसज्जित इस आइटीआइ केंद्र का निरीक्षण कार्य संपन्न हो गया | निरीक्षण कार्य में अनिवार्य शर्तों के मानक पर खरा उतरने के साथ ही संस्था को अनापत्ति प्रमाणपत्र और नामांकन का आदेश भी निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है | अरुण साथी ने बताया कि इलेक्ट्रिशियन एवं फीटर के दो फैकल्टियों में आरंभ 80 रिक्त सीटों पर विद्यार्थियों का नामांकन लेकर सुयोग्य शिक्षकों द्वारा उनके कौशल का विकास किया जायेगा |
मौके पर मौजूद क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षी पदाधिकारी एचएन सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा अश्ययन के साथ-साथ प्रायोगिक ज्ञान भी गुणवत्तापूर्ण तरीके से देना अनिवार्य होगा; ताकि उत्तीर्ण छात्र रेलवे, अभियंत्रण आदि क्षेत्रों में मिले अवसर को अपनी योग्यता से अपने पक्ष में कर सके | इस अवसर पर मनोज कुमार, हरिशंकर कुमार, राजेश कुमार राजू, रितेश सेठ, रोहित कुमार सेठ, शत्रुघ्न गोस्वामी, कन्हैया कुमार, प्रफुल्ल सिह आदि लोग मौजूद थे |
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