अंबिकापुर : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई)में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने रायपुर से आए डायरेक्टर का घेराव किया। डायरेक्टर परिषद के पदाधिकारियों की बात सुनने को तैयार ही नहीं थे। घेराव की जानकारी मिलते ही गांधीनगर पुलिस ने आईटीआई (ITI) पहुंच डायरेक्टर सुरक्षा घेरे में बाहर निकाला। डायरेक्टर के आश्वासन के बाद छात्र संघ ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने मंगलवार को आईटीआई के डायरेक्टर एके सोनी का घेराव किया। पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आईटीआई में रायपुर से आए डायरेक्टर को संस्था में व्याप्त अनियिमितियों की शिकायत की। उन्होंने आईटीआई के बाहर जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। घेराव की जानकारी गांधीनगर पुलिस को होने पर टीआई नरेश चौहान दल बल के साथ आईटीआई पहुंचे। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रायपुर के डायरेक्टर एके सोनी ने पहले अभाविप के पदाधिकारियों से मिलने से इंकार कर दिया बाद में उन्होंने संगठन के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करने की बात कही। लेकिन परिषद के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उनसे मुलाकात करने की मांग पर अड़े रहे। अभाविप के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने डायरेक्टर एके सोनी से मुलाकात कर उन्हें 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान : परिषद के पदाधिकारियों ने उन्हें बताया कि आईटीआई में काफी अधिक अनियमितता है। इस तरफ कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। ज्ञापन सौपते हुए उन्होंने बताया कि आईटीआई में छात्रों के अनुपात में अलग-अलग कमरे में बैठक व्यवस्था हो। प्रयोगिक कार्यों के लिए कच्चा माल की नियमित रूप से आपूर्ति हो। प्रशिक्षणर्थियों को प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी के लिए प्रवेश के तत्काल बाद किसी चिकित्सक द्वारा जानकारी देने की व्यवस्था की जाए। प्रशिक्षणार्थियों के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था, संस्था में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन के अलावा नियमित पदो में शीघ्र भर्ती की जाए।
पंखे की भी व्यवस्था नहीं : अभाविप कार्यकर्ताओं ने बताया कि वर्कशाप में प्रायोगिक कार्य के समय प्रशिक्षणार्थियों के लिए पंखे की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। छात्र-छात्राओं के लिए पर्याप्त पेयजल व शौचालय की व्यवस्था की जाए। नियमित भर्ती में हुई अनियमित्ता में लोकायुक्त द्वारा पाये गये दोषी अधिकारियों का नाम उजागर हो एवं नियम विरूद्ध नियुक्ति को निरस्त कर तत्काल कार्यवाही हो। प्रत्येक माह 80 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्रों का संस्था प्रमुख के साथ मीटिंग हो, इससे उनकी उपस्थिति सुधर सके।
मेहमान प्रवक्ताओं का भी हो रहा है स्थानांतरण : डायरेक्टर को अभाविप के पदाधिकारियों ने मौखिक रूप से बताया कि आईटीआई में मेहमान प्रवक्ताओं की नियुक्ति की गई है। इसमें शासन द्वारा जो गाइड-लाइन निर्धारित किए गए थे, उनका पालन तक नहीं किया गया। मेहमान प्रवक्ता अपने मनमाफिक स्थानों पर स्थानांतरण करवा रहे हैं। जबकि शासन के नियमानुसार मेहमान प्रवक्ताओं का स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है।
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