शहडोल (मध्यप्रदेश) : गुरुवार को यहां आईटीआई (ITI) के विद्यार्थियों की परीक्षा आयोजित थी। निर्धारित समय पर विद्यार्थी पहुंचे लेकिन बिना परीक्षा दिये ही वापस लौटना पड़ा। सैकड़ों विद्यार्थी काफी देर तक परेशान रहे। बाद में निराश होकर घर वापस चले गए। आईटीआई प्रबंधन की लापरवाही के कारण विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ा।
यहां के शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में गुरूवार को एक्जाम देने पहुंचे प्राईवेट आईटीआई के छात्र-छात्राओं को काफी परेशान होना पड़ा। स्थिति यह रही कि उनका एक्जाम तक नहीं हो पाया और विद्यार्थियों को वापस लौटना पड़ा। सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े दस बजे तक आईटीआई में काफी गहमा-गहमी का माहौल रहा। बाद में शहर में संचालित प्राईवेट आईटीआई छात्रों को यह कहकर जाने दिया कि अब नई डेट आएगी तब बता दिया जाएगा। जब विद्यार्थियों ने पूछा कि उनका एक्जाम क्यों नहीं लिया जा रहा है तो कहा गया कि आप लोगों का रजिस्ट्रेशन शुल्क जबलपुर में जमा नहीं हुआ है जिसके चलते इस तरह की स्थिति बनी है।
जैसे ही आईटीआई में हंगामा होने की खबर लगी तो एनएसयूआई (NSUI) के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह और उनके साथ आकाश गौतम आईटीआई कॉलेज पहुंच गए और विद्यार्थियों से चर्चा की।
बताया गया है कि पहले प्राईवेट आईटीआई की परीक्षा तिथि चार जुलाई बताई गई थी पर उसके बाद यह कहा गया था कि 28 जुलाई को परीक्षा देने आना। गुरूवार को जब सैकड़ों छात्र प्रथम और चतुर्थ सेमेस्टर (इलेक्ट्रिशियन) की परीक्षा देने पहुंचे तो उनको वापस कर दिया गया। इससे तनावपूर्ण स्थिति बन गई बाद में यहां के प्राचार्य के काफी समझाने पर विद्यार्थी मान गए और वापस चले गए। पूरी तैयारी से परीक्षा देने आए विद्यार्थियों को आईटीआई प्रबंधन की लापरवाही से परेशान होना पड़ा।
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