भरतपुर (राजस्थान) : जिला स्तरीय राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम की समीक्षा बैठक अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन ओपी जैन की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में आरएसएलडीसी के जिला प्रबंधक मनु विजय ने बताया कि जिले में नौ कौशल विकास केंद्र संचालित है। जिनमें मेडिकल, भवन निर्माण, होटल मैनेजमेन्ट, सिक्योरिटी गार्ड, घरेलू उपकरणों की मरम्मत, बेसिक फूड प्रिजरवेशन, अकाउटिंग, कम्प्यूटर नेटवकिंग, रिसेप्शनिस्ट, आर्क एण्ड गैस बैल्डर, बैल्डर के कोर्स संचालित हैं। वर्तमान में 700 युवा प्रशिक्षणरत हैं।
नगर निगम आयुक्त शिवचरण मीना ने सुझाव दिया कि जिले में संचालित कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों पर जो युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है, उनकी सफलता की कहानियां प्रकाशित कराई जाए। जिससे अधिक से अधिक युवाओं को प्रेरित कर परियोजना का लाभ दिलाया जा सके। जिला उद्योग अधिकारी वीरेन्द्र सिंह ने सुझाव दिया कि जिन युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है उनमें से जिन युवकों को रोजगार मुहैया नहीं हुआ है वे जिला उद्योग केन्द्र से ऋण प्राप्त कर स्वरोजगार से जुड़ सकते है। बैठक में संयुक्त श्रम आयुक्त ओपी सहारण, आरएससीडीसी विभाग से परियोजना अधिकारी दीनदयाल गुप्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग से सुरभि सिंह, एनयूएलएम से परियोजना अधिकारी मनीष कुमार मंगल, रोजगार कार्यालय से पप्पूराम यादव, सहायक कार्यालय अधीक्षक, वन विभाग से जगेन्द्र सिंह जी, आरएसएलडीसी से सौरभ शर्मा, हेमन्त कुमार एवं कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों के सेन्टर हैड उपस्थित थे।
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