जीवाजी यूनिवर्सिटी अब ग्रेजुएशन में परंपरागत विषयों के अलावा व्यावसायिक कोर्स भी शुरू करने जा रही है। भोपाल में हुई समन्वय समिति की बैठक में बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन (B.Voc.) शुरू करने की अनुमति मिल गई है और अगले सत्र से यह कोर्स शुरू कर दिए जाएंगे। एक साल में वोकेशनल कोर्सों के सिलेबस डिजाइन किए जाएंगे और इसके बाद निजी और शासकीय कॉलेजों में यह कोर्स शुरू कर दिए जाएंगे। योजना के अनुसार सिक्योरिटी मैनेजमेंट, कॉस्मेटिक साइंस एंड ब्यूटी कल्चर, प्लंबिंग, मीट साइंस, डेयरी साइंस, कंज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स, साइंटिफिक एंड बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन जैसे विषयों में बीएससी कराया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्र ग्रेजुएशन के बाद बेरोजगार न रहें।
जेयू में ग्रेजुएशन लेवल से ही छात्रों को व्यवसायिक शिक्षा देना चाहती है इसलिए जेयू की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने भोपाल में आयोजित समन्वय समिति की बैठक में बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन शुरू करने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव पर बैठक में सहमति बन गई और अध्यादेश पारित कर दिया गया। जेयू में एक साल से इस विषय पर मंथन चल रहा था कि छात्रों को ऐसी शिक्षा कैसे दी जाए कि उन्हें यहां से निकलते ही रोजगार मिल जाए। विश्वविद्यालयों की समन्वय समिति में यह अध्यादेश पारित होने के बाद प्रदेश की अन्य यूनिवर्सिटी में भी बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन शुरू किया जा सकता है।
बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन शुरू करने के लिए समन्वय समिति में मंजूरी मिल गई है। अगले सत्र यह कोर्स शुरू कर दिए जाएंगी। प्रो. डीडी अग्रवाल, डीन, कॉलेज डेवलपमेंट कमेटी
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