बिलासपुर : मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जिला मुख्यालय में चलाए जा रहे प्रशिक्षण केंद्रों में जमकर फर्जीवाड़ा चल रहा है। पूरी योजना कागजों में चलाई जा रही है। हकीकत यह कि मौके पर न तो प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोग मिले और न ही ट्रेनिंग सेंटर में पर्याप्त संसाधन। फर्जीवाड़े का खुलासा मंगलवार को तब हुआ जब तकनीकी शिक्षा रोजगार व कौशल विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले ने पांच निजी प्रशिक्षण केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। फर्जीवाड़े से नाराज श्रीमती पिल्ले ने तीन प्रशिक्षणकर्ताओंकका पंजीयन निरस्त करने व दो को नोटिस जारी करने कलेक्टर को निर्देशित किया है।
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना में राज्य शासन द्वारा करोड़ों का फंड लगाया जा रहा है। प्रशिक्षण के तहत लोगों को हुनरमंद बनाने की योजना शासन की है। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को प्रमुख सचिव श्रीमती पिल्ले ने कलेक्टर अन्बलगन पी के साथ पांच निजी प्रशिक्षण केंद्रों में दबिश दी। सबसे पहले वे सीएमडी कॉलेज के पास संचालित अनुभव कल्याण एवं समाज संस्थान का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत् इस संस्थान को 60 प्रशिक्षार्थियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण देने के लिए पंजीकृत किया गया है। जब श्रीमती पिल्ले पहुंची तो वहां एक भी प्रशिक्षार्थी नहीं मिले।
नाराज श्रीमती पिल्ले ने उक्त वीटीपी का पंजीयन निरस्त करने कलेक्टर को निर्देशित किया। साक्षी आईटीआई गोंड़पारा में 30 प्रशिक्षार्थियों के लिए कंप्यूटर हार्डवेयर असिस्टेंट ट्रेनिंग संचालित की जाती है। यहां भी कोई प्रशिक्षार्थी नहीं मिला। साथ ही उक्त आईटीआई निर्धारित मापदंडों के अनुरूप संचालित होना नहीं पाया। इस पर नाराजगी जताते हुए उक्त वीटीपी का भी पंजीयन निरस्त करने कहा। शांति निकेतन कॉलेज एवं स्कूल दयालबंद को कंप्यूटर के साथ-साथ ब्यूटी कल्चर टे्रनिंग के लिए वीटीपी बनाया गया है जहां पर 60 बच्चों को प्रशिक्षण देना है। यहां भी कोई बच्चा प्रशिक्षण लेते हुए नहीं पाया गया। उक्त वीटीपी का पंजीयन निरस्त करने फरमान जारी किया है। मानसी कला विकास समिति मगरपारा रोड में टेलरिंग का प्रशिक्षण 60 प्रशिक्षार्थियों को दिया जाना है। इसमें मात्र 10 महिलाएं ही ट्रेनिंग ले रही थीं। साथ ही प्रशिक्षण की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं थी। जगतगुरु शिक्षण एवं कल्याण समिति नूतन चौक सरकंडा में एकाउंट टेली का प्रशिक्षण 27 प्रशिक्षार्थियों को दिया जाना है। यहां 10 प्रशिक्षार्थी ही मिले। शासन की योजना के संचालन में लापरवाही बरतने वाले दोनों वीटीपी को चेतावनी देने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद भी सुधार न होने पर पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई करने कहा है।
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत संचालित वीटीपी (VTP) का मंगलवार को प्रमुख सचिव श्रीमती पिल्ले ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सेंटरों में बड़ी खामियां सामने आई है। पंजीयन कराने के बाद सेंटर संचालकों द्वारा पूरी योजना कागजों में चलाई जा रही है। प्रमुख सचिव के निर्देश के बाद तीन प्रशिक्षकर्ताओं का पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही दो संचालकों को व्यवस्था दुरुस्त करने नोटिस जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जिले में 54 वीटीपी पंजीकृत हैं। इसमें 30 शासकीय और 24 निजी सेंटरों का संचालन किया जा रहा है।
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