एटा: जिला कारागार के बंदियों को अब अभिव्यक्ति पटल कार्यक्रम के जरिए अपराध न करने की सीख दी जाएगी। इस योजना के जरिए बंदी अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे। इसके साथ ही जेल बंदियों के लिये कौशल विकास योजना माह नवंबर से लागू हो जाएगी।
कारागार में अभिव्यक्ति पटल नाम से एक कार्यक्रम चलाया जाएगा, इसमें कोई भी बंदी जेल में होने वाले कार्यक्रमों में भाषण, वाद-विवाद में भाग ले सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जेल बंदियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण में दो तरह के नए प्रशिक्षण शामिल किए गए हैं। इनमें असिस्टेंट नर्सिग कोर्स और एडवांस स्टिचिंग कोर्स शामिल हैं। असिस्टेंट नर्सिग कोर्स की ट्रेनिंग लेने वाले का दसवीं पास, जबकि एडवांस स्टिचिंग कोर्स वाले बंदी का पांचवी पास होना अनिवार्य है। दोनों ही तरह के प्रशिक्षणों के लिए 20-20 बंदियों का चयन किया जा चुका है। जेलर पीके सिंह ने बताया कि जेल में बंदी सुधारों को लेकर कई कार्यक्रम चल रहे हैं। शासन की तरफ कुछ नई योजनाएं आई हैं, जिन्हें क्रियान्वित किया जाएगा।
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