गोंडा : एक तरफ सरकार बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए अभियान चला रही है तो दूसरी तरफ अफसरों की लापरवाही भारी पड़ रही है। बलरामपुर जिले में कौशल विकास मिशन के तहत तीन माह बीतने के बावजूद एक भी युवा को प्रशिक्षण नहीं मिल सका है, इसका खुलासा सोमवार को संयुक्त निदेशक व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन देवीपाटन मंडल एससी तिवारी की समीक्षा बैठक में हुआ है।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में जिलेवार प्रगति की समीक्षा की गई। गोंडा में निर्धारित लक्ष्य 8857 के सापेक्ष 2730, बहराइच में 9533 के सापेक्ष 1072, श्रावस्ती में 3443 के सापेक्ष 540 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। जबकि बलरामपुर जिले में 5873 के सापेक्ष एक भी आवेदक को प्रशिक्षण नहीं मिल सका है।
डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम योजना के तहत चयनित गांवों को संतृप्त करने में भी गोंडा छोड़कर अन्य जिलों की स्थिति खराब पाई गई है। इसके अतिरिक्त गोंडा में एक, श्रावस्ती में 4 व बलरामपुर में 4 ट्रे¨नग पाटनर निष्क्रिय पाए गए हैं। संबंधित जिलों के अधिकारियों को प्रगति में सुधार लाने का निर्देश देने के साथ ही विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। श्रावस्ती के आइटीआइ प्रधानाचार्य से सूचना के बावजूद बैठक में आने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। बैठक में प्रधानचार्य आइटीआइ बलरामपुर एसके पांडेय, जिला समन्वयक प्रदीप मिश्र, ओस वॉन फेडरिक आदि मौजूद रहे।
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