पटना : क्वालिटी एजुकेशन एंड स्किल्स ट्रेनिंग (क्वेस्ट) अलायंस की ओर से आईटीआई, दीघा में 3 से 7 अक्टूबर तक पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें दरभंगा, गया, पटना, भागलपुर और मुजफ्फरपुर के शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यशाला शिक्षकों को रोजगार कौशल कार्यक्रम और जीवन कौशल संबंधी शिक्षा देने में अधिक कुशल बनाने के लिए आयोजित किया गया था। इस कार्यशाला में निदेशक रोजगार एवं प्रशिक्षण संजय कुमार सिंह ने अच्छी आधारभूत संरचना के साथ ही विद्यार्थियों को बेहतर रोजगारपरक कौशल कार्यक्रम के अनुरूप बनाने पर जोर दिया।
शुक्रवार को कार्यशाला के अंतिम दिन दीघा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया के प्रिंसिपल भी आए थे। उन्होंने शिक्षक प्रतिभागियों से बात की और उनसे प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। प्राचार्यों ने कार्यशाला पर संतोष प्रकट करते हुए कहा कि ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की बार-बार जरूरत है। कार्यशाला में शिक्षकों को बताया गया कि आज के दौर में छात्रों के लिए रोजगार कौशल कार्यक्रम बेहद जरूरी है। रोजगार कौशल ज्ञान प्रवृत्ति और कौशल का समन्वय है जो युवाओं को रोजगार के लायक बनाने के साथ ही उनके पेशेवर जीवन में उनके प्रदर्शन और विकास में भी योगदान देता है।
क्वेस्ट अलायंस के स्टेट हेड अमिताभ नाथ ने कहा कि इस कार्यशाला का लक्ष्य आईटीआई के लिए रोजगार कौशल कार्यक्रम के प्रति समझ विकसित करने का है। साथ ही हमलोग इस बात पर भी ध्यान रखेंगे कि किस तरह पाठ्यक्रम बनाने में सहयोग दिया जाए, ताकि युवा एक बेहतर पेशेवर बन सके। इसके लिए आईटीआई गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर बेगूसराय, दीघा, दरभंगा पटना और गया को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि हम बिहार में रोजगार बढ़ाने और युवाओं को प्रशिक्षित करने में आईटीआई के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। बता दें कि क्वेस्ट अलायंस एक गैरलाभकारी संस्था है जो शिक्षण और प्रशिक्षण के क्षेत्र में शोध आधारित इनोवेशन और कार्यान्वयन पर जोर देता है। प्रशिक्षण सुशांत, गौरी, आशुतोष ने दिया।
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