पटना : राजकीय शिक्षा पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन नयी योजनाएं शुरू करने की घोषणा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दो अक्तूबर से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कौशल विकास व स्वयं सहायता भत्ता की शुरुआत हो रही है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिये चार लाख रुपये तक का ऋण आगे की पढ़ाई के लिए मिलेगा।
नीतीश ने कहा कि पंचायतों में भी प्लस टू स्तर तक की पढ़ाई की व्यवस्था उपलब्ध हो इसके लिये काम हो रहा है. हर चीज को बारिकी से देखा जा रहा है। हम लोगों के बीच जाते उनकी बात सुनते हैं उसी से समस्याओं का समाधान निकलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 12वीं कक्षा से आगे बिहार में पढ़ने वालों की संख्या कम है। प्रदेश में दाखिले का सकल अनुपात मात्र 13 प्रतिशत है। इसका मुख्य कारण गरीबी है। हमने सात निश्चय में युवाओं के प्राथमिक समस्याओं पर ध्यान दिया है। नीतीश ने कहा कि 12वीं कक्षा से आगे जो भी लड़का लड़की पढ़ना चाहते हैं उन्हें हम चार लाख रुपये का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड देंगे, इस संदर्भ में बैंकों के साथ बातचीत हो चुकी है। ऋण के साथ साथ पांच साल के बाद ब्याज की राशि की सरकार बैंकों को गारंटी देगी। किसी भी युवा को बैंकों के चक्कर नहीं काटना होगा। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से योजना की शुरुआत की जायेगी। इसके लिये हर जिले में जिला निबंधन केंद्र की स्थापना की गयी है। युवाओं को बिना किसी झंझट के पैसा मिलना शुरू हो जायेगा, इससे बिहार में दाखिले का सकल अनुपात बढ़ेगा।
कौशल विकास पर होगा ध्यान
नीतीश ने कहा कि जो युवक आगे पढ़ना नहीं चाहते, उनके कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है, इसके लिये भी योजना लायी गयी है। एक करोड युवाओं का कौशल विकास करने का लक्ष्य रखा गया है। युवाओं को संवाद कौशल एवं कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जायेगा। 2 अक्टूबर से इस योजना की शुरुआत की जायेगी। सभी प्रखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र खोले जायेंगे। उन्होंने कहा कि रोजगार की तलाश कर रहे 20 से 25 आयु वर्ष आयु सीमा के बीच के युवा को रोजगार तलाशने के लिये दो वर्षों तक प्रतिमाह एक हजार रुपये का स्वयं सहायता भत्ता दिया जायेगा। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए सभी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में वाई-फाई की सुविधा दी जायेगी।
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