लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ और नोएडा में स्टार्ट-अप सेंटर्स खोलेगा। इसके लिए 50 लाख रुपए की धनराशि प्रति सेंटर को आवंटित करने का अनुमोदन किया गया है। स्टार्ट-अप सेंटर्स के अंतर्गत इनोवेशन और इन्क्युबेशन सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे। साथ ही स्थापित इनोवेशन और एन्क्युबेशन सेंटर्स की कार्य प्रणाली को तेज करने के लिए एक्सीलेटर सेंटर्स की भी संरचना तैयार की जाएगी।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के आईईटी स्थित अतिथि के कमेटी हाल में विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में कार्य परिषद् की 29 वीं बैठक आयोजित की गयी। इस दौरान यह फैसले लिए गए-
– एकेटीयू तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में स्किल्स डेवलपमेंट के लिए सर्टिफिकेशन और डिप्लोमा के स्तर के कोर्सेज चलाने पर विचार करेगा, इसके प्रभावी फ्रेमवर्क के लिए कुलपति प्रो. पाठक के समन्वयन में एक समिति के गठन पर सहमति बनी, जो स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रभावी कैरिकुलम पर विचार करेगी। कार्य परिषद् में उपस्थित सदस्यों द्वारा स्किल डेवलपमेंट पर नए दृष्टिकोण के साथ अनूठी पहल को पाठ्यक्रमों में इस प्रकार परिवर्धित करने की बात पर जोर दिया गया है कि पाठ्यक्रम में ही स्किल डेवेलपमेंट के आधार-भूत तत्वों का समावेश हो जाए।
-तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापरक टीचर्स की उपलब्धता के लिए मास्टर्स इन ‘इंजीनियरिंग एजुकेशन’ का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।
– उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा के धन का उपयोग अब विवि के घटक, सरकारी सहायता प्राप्त, एसोसिएटेड और संबद्ध संस्थानों के विकास और आय-व्यय के लिए हो सकेगा| साथ ही वि.वि. नए संस्थान खोलने के लिए भी इसका उपयोग कर सकेगा।
– छात्र-कल्याण निधि के अंतर्गत विवि के संबद्ध संस्थानों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी के परिवार में अर्निंग सदस्य (पिता/ माता) की मृत्यु हो जाने की दशा में दी जाने वाली आर्थिक सहायता बतौर पाठ्यक्रम फीस की सीमा को 46 हजार से बढ़ा कर 55 हजार कर दिया गया है। साथ ही समिति ने यह भी निर्णय लिया कि यदि फीस विवि द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता से अधिक होती है तो उसका वहन संबन्धित संस्थान करेगा।
-विवि ई-शोध सिन्धु से प्लेटफोर्म से जुड़ेगा, इस पर भी समिति ने सहमति से अनुमोदन प्रदान किया।
– इस बार एफ़िलिएशन (सम्बद्धता) में शिक्षकों के PAN नंबर के साथ ही आधार नंबर (AADHAR NO.) को भी अनिवार्य कर दिया गया। विवि सम्बद्धता के लिए विगत वर्ष से ही ऑनलाइन आवेदन प्राप्त कर रहा है पिछले वर्ष सम्बद्धता के लिए आवेदन करने में शिक्षकों का PAN नंबर आवश्यक था इस बार PAN और AADHAR दोनों नम्बरों को अनिवार्य कर दिया गया है।
– गुणवत्ता में सुधार के लिए इस बार 50 संस्थानों का निरीक्षण भी विवि द्वारा किया जाएगा।
– वि.वि. में की जाने वाली समूह ‘ग’ और ‘घ’ की भर्तियों में अब सिर्फ लिखित परीक्षा होगी और साक्षात्कार नहीं होगा| यह फैसला केंद्र सरकार के आदेशों के क्रम में लिया गया है।
– विवि के घटक संस्थान आईईटी, लखनऊ में कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को सेवा शर्तों में विकल्प चुनने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
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