पटना (बिहार) : राज्य के सभी प्रखंडों में कौशल विकास का प्रशिक्षण शुरू करने के लिए श्रम संसाधन विभाग ने विशेष कार्ययोजना बनायी है। मार्च तक कम से कम राज्य में डेढ़ हजार केंद्रों पर प्रशिक्षण शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब हर पंद्रह दिन पर प्रशिक्षण केंद्रों में ट्रेनिंग शुरू की जायेगी।
अभी राज्य में 51 केंद्रों पर कौशल विकास का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। 1 जनवरी से 100 और केंद्रों पर प्रशिक्षण शुरू करने की तैयारी में विभाग लगा हुआ है। कौशल विकास सरकार के 7 निश्चय में शामिल है। राज्य के सभी 534 प्रखंडों में सरकारी तौर पर कौशल विकास केंद्र बन गये हैं और इसके संचालन के लिए एजेंसी को अलॉट भी कर दिया गया है। इसके अलावा निजी क्षेत्र को अभी 936 सेंटर अलॉट कर दिये गये हैं। विभाग ने तय किया है कि हर पंद्रह दिन पर कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण की शुरुआत की जायेगी। मार्च तक सभी प्रखंडों में कौशल विकास की ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी।
तत्काल 240 घंटे का प्रशिक्षण मिल रहा है। इसमें कंप्यूटर शिक्षा के अलावा हिंदी-अंगरेजी संवाद कला व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण देनेवाली एजेंसिंयों को प्रशिक्षण के एवज में प्रति युवा 7428 रुपये मिलेंगे। तत्काल तो कंप्यूटर, हिंदी-अंगरेजी संवाद कला और व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण मिल रहा है। इसके अलावा 22 सेक्टर में 74 तरह के कोर्स में कौशल विकास किये जायेंगे। जिला परामर्श केंद्र के जरिये युवाओं का निबंधन हो रहा है।
विभाग को 30 हजार से अधिक युवाओं का नाम मिल चुका है। हर साल कम से कम 6 लाख दक्ष युवाओं की फौज खड़ी करने की योजना है। विभाद जल्द ही अन्य सेक्टर में भी कौशल विकास शुरू करने की दिशा में काम कर रहा है। सरकार के 14 विभागों में भी कौशल विकास का काम चल रहा है। नक्सल प्रभावित जिलों के युवाओं को कौशल विकास से जोड़ने पर खासा जोड़ दिया जा रहा है।
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