पटना (बिहार) : राज्य सरकार युवाओं को आइटीआइ में गुणवत्तायुक्त ट्रेनिंग के लिए तकनीकी शिक्षा बोर्ड गठन करने जा रही है। बोर्ड सबसे पहले आइटीआइ में दी जानेवाले प्रशिक्षण को इंटर की मान्यता दिलायेगा। श्रम संसाधन विभाग ने इसकी पहल शुरू कर दी है। इंटर के समकक्ष मान्यता मिलने से इसके छात्रों को समय की काफी बचत होगी। श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश ने बताया कि मैट्रिक पास करने के बाद छात्र आइटीआइ में नामांकन लेते हैं। इसके बाद अगर उन्हें इंटर करना होता है, तो आइटीआइ का समय नहीं जुड़ता है। समय को बचाने के लिहाज से इस दिशा में पहल की जा रही है।
अभी राज्य में सरकारी क्षेत्र में 71 और निजी क्षेत्र में 838 आइटीआइ हैं। इनमें हर साल करीब एक लाख नामांकन होते हैं। श्रम मंत्री ने बताया कि जिस तरह संस्कृत शिक्षा बोर्ड है, उसी तरह तकनीकी शिक्षा बोर्ड का गठन किया जायेगा। बोर्ड का नाम अभी तय नहीं है. गठन के समय नाम रखा जायेगा। अभी आइटीआइ में जो कोर्स चल रहे हैं, इंटर स्तर की मान्यता देने के लिए यदि जरूरत हुई, तो उनमें कुछ बदलाव भी किया जा सकता है। आइटीआइ को इंटर स्तर की मान्यता मिल जाने से इसके छात्र इंटर स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ सकेंगे। इस वित्तीय वर्ष में अनुमंडलों में सात महिला आइटीआइ और 18 सामान्य आइटीअाइ खोलने की योजना है। सात जिलों अरवल, बक्सर, कटिहार, नवादा. सीतामढ़ी, जमुई और पश्चिम चंपारण में महिला आइटीआइ के भवन निर्माण के लिए भवन निर्माण विभाग को पत्र भेज दिया गया. भवन निर्माण और उपकरण पर 12 करोड़ खर्च होंगे।
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