बिहार : तीन से चार माह में राज्य के 55 हजार छात्र-छात्राओं का कौशल विकास होगा। करीब 700 कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षण मिलेगा। मई के पहले सप्ताह में राज्य भर में 100 नए कौशल प्रशिक्षण केंद्र खुलेंगे। अभी 599 प्रशिक्षण केंद्रों पर 43 हजार छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं। नए प्रशिक्षण केंद्रों के शुरू होने से 12 हजार छात्र और बढ़ जाएंगे।
कुशल युवा कार्यक्रम के तहत राज्य में विभिन्न कौशल विकास केंद्रों पर प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक अप्रैल से 67 नए कौशल विकास केंद्र खुले, जिनमें 9 हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी प्रखंडों में श्रम संसाधन विभाग ने भवन निर्माण विभाग के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण केंद्र भवन बनवाया है। इस योजना से 636 निजी प्रशिक्षण संस्थान भी जुड़े हैं।
केंद्र के माध्यम से भी निबंधन
कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से युवा जिला पंजीयन सह परामर्श केंद्र के पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं। कुशल युवा प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने के 30 दिनों के अंदर आवेदक को जिला निबंधक एवं परामर्श केंद्र पर जाकर निबंधन एवं कागजात का सत्यापन कराना होता है।
शुरू के बैच से 1100 हो चुके हैं प्रशिक्षित
शुरू के बैच के 1900 छात्रों में 1100 प्रशिक्षित हो चुके हैं। पहले प्रयास में ही ये सफल रहे। असफल छात्रों को दो और परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिलता है। प्रशिक्षण के बाद परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर प्रशिक्षणार्थियों को बिहार कौशल विकास मिशन एवं राज्य व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रमाणपत्र दिया जाता है।
240 घंटे का प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम योग्यता मैट्रिक है। तीन माह में 240 घंटे का कुशल युवा कार्यक्रम का प्रशिक्षण विभिन्न प्रशिक्षण देने वाली एजेंसियों के माध्यम से दिलाया जाता है। 240 घंटे में 120 घंटों का बेसिक कंप्यूटर कोर्स, 80 घंटे कौशल (हिंदी एवं अंग्रेजी) प्रशिक्षण एवं 40 घंटे व्यवहार कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य में 15 जुलाई, 2016 से इस कार्यक्रम संचालन के लिए एजेंसी के चयन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हुई थी। अबतक 532 प्रखंडों में 143 प्रशिक्षण देने वाली एजेंसी का चयन हो चुका है।
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