पटना : सूबे के युवाओं का कौशल विकास प्रशिक्षण 15 नवंबर से शुरू हो जायेगा। पहले चरण में हिंदी-अंग्रेजी संवाद कला और कंप्यूटर की जानकारी मिलेगी। कौशल युवा प्रोग्राम के तहत राज्य में एक साथ 1500 कौशल विकास केंद्र के एक साथ शुरू हो जाने की उम्मीद है। एक मौटे अनुमान के अनुसार इनमें 75000 युवा एक साथ प्रशिक्षण लेंगे।
श्रम संसाधन विभाग युवाओं के कौशल विकास के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है। विभाग तो राज्य के सभी 534 प्रखंडों में तो कौशल विकास केंद्र संचालित करेगा ही इसके अलावा विभाग ने निजी तौर पर भी केंद्र संचालित करने के लिए संस्थाओं व व्यक्तिगत तौर पर आवेदन आमंत्रित किया।
निजी तौर पर केंद्र चलाने के लिए 5064 ऑनलाइन आवेदन विभाग को मिला। इसमें 2100 आवेदनकर्ताओं ने राशि जमा की। अब विभाग इनसे केंद्र चलाने के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना की जानकारी मांगेगा। रविवार को इन लोगों की काउंसलिंग विभाग के नॉलेज पार्टनर महाराष्ट्र नॉलेज कारपोरेशन के प्रतिनिधियों ने किया. निजी तौर पर एक केंद्र चलाने पर 10 लाख खर्च होने की उम्मीद है. केद्र में कम से कम 20 कंप्यूटर होना चाहिए।
विभाग की रहेगी पूरी निगरानी
विभाग निजी कौशल विकास केंद्रों पर पूरी नजर रखेगा। कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं का नाम विभाग को मिलेगा और व सेंटर को देगा। प्रशिक्षण के दौरान छुट्टी का कैलेंडर भी श्रम संसाधन विभाग देगा। विभाग प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति और उनकी इंटरनल परीक्षा पर भी नजर रखेगा।
बताया जाता है कि अभी भी करीब 100 के करीब ऐसे प्रखंड है जहां सेंटर चलाने के लिए कोई आवेदन नहीं आया। विभाग इन प्रखंडों के लिए फिर से आवेदन आमंत्रित करेगा। सभी 534 प्रखंडों में जो सरकारी कौशल विकास केंद्र होगा, उसके संचालन के लिए विभाग ने 29 अगस्त तक आवेदन मांगा है। रिजल्ट के बाद ही केंद्र को विभाग उसका मेहनताना देगा।
कहते हैं प्रधान सचिव
कौशल युवा प्रोग्राम के तहत 15 नवंबर से करीब डेढ़ हजार केंद्र पर कौशल विकास का प्रशिक्षण शुरू हो जायेगा। पूरे कार्यक्रम की ऑनलाइन मॉनीटरिंग होगी। 15 अक्टूबर तक केंद्र बनकर तैयार हो जायेगा।
सौजन्य से : दीपक कुमार सिंह, प्रधान सचिव श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार