कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार और स्व रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकेंगे बंदी

जशपुरनगर :  जिला जेल में अब बंदियों को सजा के साथ जीवन संवारने एक उपहार दिया जा रहा है। काउंसलिंग के माध्यम से जहां उन्हें अपराधिक मानसिकता से दूर रहने समझ विकसित करने कौशल विकास योजना से विभिन्न् ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

कौशल विकास योजना के तहत जहां प्रशिक्षण प्राप्त कर बंदी सजा भुगतने के बाद स्व रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। वहीं योग्यता के आधार पर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे। इस अनूठी पहल को लेकर बंदियों में काफी उत्साह है और बड़ी संख्या में योजना के प्रति बंदियों में रूचि देखने को मिल रही है।

जिला जेल से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक अब तक 303 बंदियों को योजना के तहत प्रशिक्षण दिया गया है। बंदियों को अब तक टेलर, बेसिक स्विंग आपरेटर, एकाउंट असिटेंड, राजमिस्त्री व सबसे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिकल्स डोमेस्टिक का प्रशिक्षण दिया गया है।

कौशल विकास योजना के तहत शासन के द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के साथ ही परीक्षा उपरांत इन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है। यह प्रमाण पत्र उनके योग्यता का परिचायक होगा। जेल अधीक्षक आरएस सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण इच्छुक बंदियों को उनकी रूचि के अनुरूप कौशल विकास योजना के तहत दिया जाता है।

सिंह ने बताया कि योजना के बारे में बताया जाता है और चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षण दिलाया जाता है। यहां से निकलने के बाद प्राप्त प्रशिक्षण व प्रमाण पत्र के माध्यम से वे प्रतिष्ठित संस्थाओं में जहां नौकरी कर सकते हैं। वहीं प्राप्त प्रशिक्षण से स्वरोजगार भी वे कर सकेंगे।

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